मानसून की आमद के बाद से ही पूरे शहर को तरबतर करने वाली बारिश का इंतजार रविवार को खत्म हुआ। वैसे तो सुबह से ही बादल और उमस थी, लेकिन दोपहर दो बजे शहर के पूर्वी क्षेत्र से काली घटाओं ने बरसना शुरू किया। मध्य-पूर्व शहर में करीब आधे घंटे तक बारिश होते रही। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मध्य शहर में मूसलाधार बारिश हुई। आधे घंटे में ही अनेक सडक़ें जलमग्न हो गई। हवा की गति ज्यादा नहीं होने से पूरे शहर को बारिश मिली।
पिछले साल से एक इंच पीछे जून में चक्रवाती तूफान के कारण मानसून 12-13 दिन देरी से आया। 25 को मानसूनी बूंदा-बांदी शहर में हुई। इसके बाद से ही तेज बारिश का इंतजार हो रहा था। इस साल जून में अब तक 116 मिमी यानी साढ़े चार इंच बारिश हो चुकी है, जबकि पिछले साल यही आंकड़ा साढ़े पांच इंच था। अधिकतम तापमान 31.1 व न्यूनतम 22 डिग्री रहा।
ट्रैक पर पानी भरने से ट्रेनें लेट बारिश की वजह से इंदौर आने वाली कुछ ट्रेने लेट हो गई। इस वजह से यात्री और यात्रियों को लेने आए परिजन भी परेशान होते रहे। लगातार बारिश होने की वजह से रेलवे ट्रैक पर पानी भर गया। पानी भर जाने से इंदौर की और आने वाली कुछ टे्रन अपने निर्धारित समय से विलंब से चल रही है। हालांकि अधिकारी अभी स्थिति स्पष्ट नहीं कर रहे हैं।
पांच साल में जून की बारिश वर्ष —– बारिश
2014 —– 0.5
2015 —– 9.2
2016 —– 4.0
2017 —– 8.5
2018—– 5.6
2019 —– 4.5
(बारिश इंच में)
2014 —– 0.5
2015 —– 9.2
2016 —– 4.0
2017 —– 8.5
2018—– 5.6
2019 —– 4.5
(बारिश इंच में)