सेंट्रल जेल अधीक्षक राकेश भांगरे ने बताया कि जेल के अंदर नए कैदियों के आने के साथ ही कोराना के भी फैलने का खतरा बढ़ता जा रहा है। जांच के बाद संक्रमित कैदियों को अलग रखा जा रहा है। बाहर आम व्यक्ति को भी कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण हो रहा है। 45 साल से ऊपर और गंभीर बीमारी से पीडि़त व्यक्तियों को टीका लगाया जा रहा है। जेल में कैदियों का भी टीकाकरण होना चाहिए। इस बारे में कलेक्टर मनीषसिंह से मुलाकात की थी। उनसे चर्चा के बाद इसके लिए अनुमति मिल गई। इसके बाद सीएमएचओ से मिलकर जेलर लक्ष्मण सिंह भदौरिया ने इसके लिए कार्यक्रम बनाया है। बुधवार से कैदियों का टीकाकरण किया जाएगा। प्रदेश में यह पहली जेल होगी, जिसमें कैदियों को टीका लगाया जा रहा है।
पहले चरण में एक हजार से ज्यादा
जेल अधीक्षक भांगरे ने बताया कि पहले चरण में 45 साल से ऊपर और गंभीर बीमारी से पीडि़त कैदियों को टीका लगाया जा रहा है। इसके लिए लिस्टिंग की गई है। इसमें विचाराधीन के साथ ही सजायाफ्ता कैदी भी शामिल हैं। पहले चरण में इनकी संख्या एक हजार से ज्यादा हो जाएगी। इसके बाद जैसे-जैसे शासन के नियम बदलेंगे, दूसरे कैदियों को भी टीका लगा दिया जाएगा।
हवाई यात्रियों पर नजर
इंदौर में महाराष्ट्र से आने वाले हवाई यात्रियों को आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट देने पर ही प्रवेश मिलेगा। जो यात्री अपने साथ रिपोर्ट लेकर नहीं आएंगे, उन्हें इंदौर एयरपोर्ट पर आरटी-पीसीआर टेस्ट अनिवार्य रूप से कराना होगा। टेस्ट रिपोर्ट आने तक उक्त यात्रियों को खुद को क्वॉरंटीन करना होगा।