बायपास पर बनेंगे पांच पुल
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने जारी किए टेंडर
सांसद का दावा, प्रदेश में पहली बार तीन लेयर में बनेंगे पुल
इंदौर
Published: February 20, 2022 10:21:41 pm
इंदौर. बायपास के दोनों और बसाहट बढऩे के साथ ही यहां होने वाली दुर्घटनाओं में अब कमी आएगी। बायपास पर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने पांच पुल स्वीकृत करने के साथ ही इनके टेंडर भी जारी कर दिए हैं।
एनएच-3 पर बने इंदौर बायपास से रोजाना करीब 35,000 वाहन गुजरते हैं। वहीं इसके दोनों और बसाहट होते जा रही हैै। बायपास के दोनों और ही न सिर्फ रहवासी क्षेत्र, बल्कि शैक्षणिक संस्थान, व्यावसायिक संस्थान आदि बन रहे हैं। वहीं बायपास पर सड़क को पार करने के लिए कोई ज्यादा साधन नहीं होने के कारण यहां कई बार वाहन चालक सड़क पर ही रांग साइड चलते हैं। ऐसे में यहां पर हमेशा हादसों का डर बना रहता है। सांसद शंकर लालवानी ने इसको लेकर पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी के समक्ष भी इस बात को रखा था, जिसके बाद इन पुलों के निर्माण के लिए एनएचएआई ने 200 करोड़ रुपए की राशि का प्रावधान करते हुए पुलों की योजना बनाई थी। इन पुलों की डिजाइन आने वाले 50 सालों में इस क्षेत्र की आबादी को देखते हुए बनाई गई है, जिसमें पुलों के बोगदों में आने जाने के लिए लगभग 500 फीट तक की जगह रहेगी। वहीं सांसद के मुताबिक इन पुलों के बनने के बाद न सिर्फ शहरवासियों के जीवन की सुरक्षा होगी, बल्कि व्यावसाय को को बढाने में भी मदद मिलेगी। इन पुलों के लिए 18 फरवरी को एनएचएआई ने टेंडर जारी कर दिए हैं। वहीं 2024 में ये पांचों पुल बन जाएंगे।
थ्रीलेयर का होगा ओवरब्रिज
सांसद शंकर लालवानी के मुताबिक इन पांचों पुलों में से एमआर-10 और झलारिया पर बनने वाले दो पुलों को इंटिग्रेटेड तरीके से बनाया जाएगा। ये दोनों पुल एक साथ जुडऩे के साथ ही लगभग 2 किलोमीटर लंबे हो जाएंगे। वहीं ये प्रदेश का पहला ऐसा पुल होगा जो तीन लेयर में बनेगा। इसमें बायपास पर ओवरब्रिज के साथ ही अंडर पास भी रहेगा। यहां पर तीन स्तर पर वाहन चल सकेंगे।
यहां बनेंगे ओवरब्रिज
बेस्ट प्राइज - यहां पर भोपाल की ओर जाने और आने वाले ट्रैफिक का दबाव रहता है, साथ ही इस हिस्से में कई बड़े मैरेज गार्डन, स्कूल और संस्थान के लिए आने-जाने वालों का दबाव रहता है। यहां भोपाल की तरफ से शहर में आने के लिए यहां घूमकर आना पड़ता है।
एमआर-10 चौराहा - यहां पर यातायात का अत्यधिक दबाव रहने के साथ ही ट्रकों के कारण हादसों का भय बना रहता है।
रालामंडल - यहां पर दोनों और रहने वाले लोगों ने बायपास पर बीच में कट बना दिए हैं, जिससे वे आते जाते हैं इनके कारण यहां हादसों का लगातार डर बना रहता है। पहले भी कई हादसे यहां हो चुके हैं।
अर्जुन बडोदा - शिप्रा के पहले आने वाले अर्जुन बड़ौदा गांव में कई गोडाउन और वेयर हाउस बन चुके हैं। यहां पर ट्रकों का भारी दबाव रहता है वहीं ट्रक उल्टी दिशा से आते है जिसके कारण हर रोज छोटे-बड़े हादसे होते हैं साथ ही रोजाना शाम को यहां पर जाम की समस्या बन जाती है।
राऊ चौराहा - यहां बायपास, एबी रोड, आईआईएम एवं पीथमपुर और महू के लिए वाहनों का दबाव बना रहता है। यहां दिनभर भारी ट्रैफिक होने के कारण जाम की समस्या बनी रहती है।
अब पहले होगा ट्रैफिक सर्वे
वहीं सांसद ने शहर के यातायात को व्यवस्थित करने के मामले में भी साफ कहा कि केंद्र सरकार ने अपनी योजनाओं को लेकर सपष्ट कर दिया है कि किसी भी शहर का पहले ट्रैफिक को लेकर सर्वे होगा, उस सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर ही काम किया जाएगा। इसके चलते इंदौर में भी ट्रैफिक का सर्वे करवाया जा रहा है। सर्वे के लिए दिल्ली की टीम को सरकार ने टेंडर दिया है। सर्वे की टीम एक बार इंदौर में अफसरों से मुलाकात कर भी चुकी है, साथ ही लगातार काम भी कर रही है।

इस तरह से थ्रीलेयर का बनेगा बायपास
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