पुलिस ने शुरू किया था मुस्कान अभियान गौरतलब है कि बच्चों के लापता होने की बढ़ती घटनाओं को लेकर पुलिस ने पिछले साल मुस्कान अभियान शुरू किया था। अभियान के तीसरे चरण में पुलिस ने एक महीने में 945 बच्चों को ढूंढ़ निकाला। इनमें से 935 को परिवार के सुपुर्द किया था। 10 बच्चों का घर नहीं मिलने पर उन्हें आश्रम भेज दिया गया था। वर्ष 2016 में चले मुस्कान अभियान में पुलिस ने इंदौर जिले से 695 बच्चों को ढूंढ़ा था। इनमें से 11 बच्चों के परिवार नहीं मिल पाए थे।
सौतेले माता-पिता को नहीं करते स्वीकार पुलिस के अनुसार कई बार माता-पिता की दूसरी शादी होने से भी दिक्कत आती है। सौतेले माता-पिता बच्चे को परेशान करते हैं। कई बार बच्चे इन्हें स्वीकार नहीं कर पाते। कार्रवाई के दौरान पुलिस को बच्चे धर्मस्थलों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन पर घूमते मिले थे। पुलिस बच्चों की गुमशुदगी के मामलों को अब काफी गंभीरता से ले रही है।