पुलिस के प्रयासों से वाहन चोरी व घरों में होने वाली चोरी के अपराध काफी कम हुए है लेकिन हत्या की वारदातों में लगाम नहीं कसी जा रही है। अफसरों का तर्क है कि अधिकांश हत्या की वारदातें तत्कालिक विवाद में हुई है, हालांकि पुलिस अधिकांश आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। मौके से सबूत इकट्ठा कर केस को मजबूत करने का प्रयास किया जा रहा है ताकि आरोपियों को सख्त सजा मिल सके।
जोन १ मेें ज्यादा हत्याएं, दो मामले अनसुलझे
हत्या की ज्यादा वारदातें जोन 3 व जोन 4 में हुई है। जोन 3 के एरोड्रम में 28 मार्च को हुई महेंद्र की हत्या में पुलिस आरोपियों तक नहीं पहुंच पाई है। अप्रैल को बीएसएफ के एसआइ के बेटे की हत्या हुई, यह मामला भी अभी अनसुलझा है। जोन 4 में अकेले राजेंद्रनगर थाने में इस महीने में 3 हत्या की घटनाएं हो चुकी है। 4-5 अप्रैल की रात बुआ ने ही नाराज होकर झोपड़ी में आग लगा दी जिसमें दो मासूम भतीजियों की जलने से मौत हो गई। तीसरा मामला रविवार सुबह सामने आया जिसमें न शिनाख्त हुई और न ही आरोपियों को पता चला। एक हत्या आजादनगर निवासी युवक की खुड़ैल में हुई, इसमें भी आरोपी पकड़ से बाहर है। इसके पहले मार्च महीने में ही सात हत्या की वारदातें हो चुकी है। जनवरी में 4 और फरवरी में 5 हत्या के केस दर्ज हुए थे लेकिन मार्च से ग्राफ बढ़ गया है।
हत्या की ज्यादा वारदातें जोन 3 व जोन 4 में हुई है। जोन 3 के एरोड्रम में 28 मार्च को हुई महेंद्र की हत्या में पुलिस आरोपियों तक नहीं पहुंच पाई है। अप्रैल को बीएसएफ के एसआइ के बेटे की हत्या हुई, यह मामला भी अभी अनसुलझा है। जोन 4 में अकेले राजेंद्रनगर थाने में इस महीने में 3 हत्या की घटनाएं हो चुकी है। 4-5 अप्रैल की रात बुआ ने ही नाराज होकर झोपड़ी में आग लगा दी जिसमें दो मासूम भतीजियों की जलने से मौत हो गई। तीसरा मामला रविवार सुबह सामने आया जिसमें न शिनाख्त हुई और न ही आरोपियों को पता चला। एक हत्या आजादनगर निवासी युवक की खुड़ैल में हुई, इसमें भी आरोपी पकड़ से बाहर है। इसके पहले मार्च महीने में ही सात हत्या की वारदातें हो चुकी है। जनवरी में 4 और फरवरी में 5 हत्या के केस दर्ज हुए थे लेकिन मार्च से ग्राफ बढ़ गया है।
हत्या व प्राणघातक हमले के मामले (मार्च माह तक)
वर्ष हत्या (धारा 302) प्राणघातक हमला (धारा 307)
2020 12 14
2021 12 24
2022 15 20 प्रदेश में हत्या की स्थिति (मार्च माह तक)
वर्ष हत्या प्राणघातक हमला
2020 401 375
2021 479 428
2022 440 439
वर्ष हत्या (धारा 302) प्राणघातक हमला (धारा 307)
2020 12 14
2021 12 24
2022 15 20 प्रदेश में हत्या की स्थिति (मार्च माह तक)
वर्ष हत्या प्राणघातक हमला
2020 401 375
2021 479 428
2022 440 439
तत्कालिक विवाद में हत्याएं, आपसी झगड़े सुलझाने कॉलोनियों मेें शिविर लगाएगी पुलिस
अन्य अपराधों में कमी आई है लेकिन हत्या के मामले बढ़े है। हत्या के अधिकांश मामले तत्कालिक विवाद व आपसी मामूली विवाद रहे है। पुलिस आपसी विवादों के निराकरण के लिए मोहल्लों में जाएगी। मोहल्लो-बस्तियोंं में जाकर शिविर लगाएंगे। मौके पर ही दोनों पक्षों को एक साथ बैठाकर मामले का हल कराया जाएगा ताकि विवाद आगे न बढ़े। हत्या के जिन मामलों में आरोपी नहीं पकड़े गए है उन्हें भी जल्द पकड़ा जाएगा।
हरिनारायणाचारी मिश्र, पुलिस कमिश्नर।