कार्तिकेय ने प्रदेश में कोरोना महामारी के समय आपदा को अवसर में बदलने का उदाहरण देते हुए कहा कि पहले हमारे प्रदेश में कहीं भी मास्क, सैनेटाइजर्स, पीपीई कीट नहीं बनती थी लेकिन इस महामारी के दौरान हमारे प्रदेश की स्वसाशी समूह की महिलाओं ने इसे उद्योग में बदल दिया है। अपने घर का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि आज हम अपने घरों में ही देखें तो 50 चीजें मेड इन चाइना हैं। हम न चाहते हुए भी उस देश को पैसा दे रहे हैं जो आज भारत का सबसे बड़ा शत्रु है। युवाओं को आगे आकर छोटी-छोटी वस्तुओं के निर्माण में आगे आना होगा, ताकि चीन को जाने वाला हमारा पैसा न जाए। वहीं इसके पहले जैसे ही कार्तिकेय कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे भाजपा कार्यकर्ताओं ने मोबाइल की टार्च जलाकर उनका स्वागत किया।
खली बोले आकाश ने बल्ला मारकर सही किया
विधायक आकाश विजयवर्गीय द्वारा आयोजित कार्यक्रम के दौरान रेसलर खली भी विशेष अतिथि के तौर पर मौजूद थे। इस दौरान उन्होंने विधायक विजयवर्गीय के द्वारा निगम अधिकारी को बल्ले से मारे जाने की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने सही किया। लातों के भूत बातों से नहीं मानते हैं। कोई बातों से नहीं माने तो उसे लातों से मनवाना चाहिए। खली ने इस दौरान कार्तिकेय की तारीफ करते हुए कहा कि वे उनसे भोपाल में पहले मिले हैं और उन्होंने देखा है कि वे काफी संस्कारी हैं।
देर से शुरू हुआ कार्यक्रम फैली अव्यवस्था
कार्यक्रम का आयोजन विधायक आकाश विजयवर्गीय ने किया था। कार्यक्रम पूरी तरह से अव्यवस्थित रहा। कार्यक्रम के शुरू में ही कार्यकर्ताओं को समझाइश के बाद भी वे मंच के सामने से ही गुजरते रहे। कार्यक्रम अपने निर्धारित समय से डेढ़ घंटे देरी से तो शुरू हुआ, वहीं उसके बाद अतिथियों के स्वागत के दौरान मंच पर इस तरह भीड़ लगती रही। हालत ये थी कि लगभग २० मिनट तक स्वागत ही होने के दौरान खुद विधायक को माइक हाथ में लेकर स्वागत को खत्म करने के लिए कहना पड़ा, लेकिन उसके बाद भी कार्यकर्ता नहीं मान रहे थे। वहीं देरी से शुरू हुए इस कार्यक्रम में हालत ये थी कि जैसे ही कार्यक्रम शुरू हुआ लोग जाने लगे। इसके चलते बगैर अन्य नेताओं के भाषण के सीधे विशेष अतिथि और मुख्य अतिथि के भाषण करवाने पड़े। वहीं भाषण के दौरान लगातार मंच के सामने से गुजरते कार्यकर्ताओं को धक्के देकर हटाना पड़ा। वहीं मुख्य अतिथि कार्तिकेय के भाषण के दौरान तो लगभग आधे से ज्यादा हॉल खाली हो चुका था।
नशे के खिलाफ जागृति के कार्यक्रम में नशे पर एक भी शब्द नहीं
इस कार्यक्रम के आयोजन का कारण भाजपा ने युवाओं में नशे के खिलाफ जागरूकता लाना बताया था, लेकिन पूरे कार्यक्रम के दौरान नशे को लेकर कोई बात ही नहीं हुई। कार्यक्रम बेरोजगारी को दूर करने के लिए भाजपा के प्रयासों पर जरूर केंद्रीत होकर रह गया।
जब 5 बजे तक नहीं आई भीड़ तो 2 नंबर की भीड़ बुलाना पड़ी
कार्यक्रम को विजयवर्गीय ने अपनी विधानसभा के हिसाब से तय किया था। यहां पर बैठक व्यवस्था भी विधानसभा के 8 वार्डों के हिसाब से ही की गई थी। एक-एक वार्ड में 85 कार्यकर्ताओं के बैठने के लिए कुर्सियां लगाई गई थी। लेकिन 4 बजे के इस कार्यक्रम में 5 बजे तक तीन नंबर के कार्यकर्ता इतने भी नहीं आए थे कि कुर्सियां भरी जा सकें। वार्ड 62, 64, 60, 63 और 51 के लिए तय आधी से ज्यादा कुर्सियां पूरे समय खाली ही पड़ी रही। जिसके बाद दो नंबर विधानसभा के कार्यकर्ताओं को बुलाया गया तब कहीं जाकर भीड़ इकठ्ठा हो पाई। हालांकि इनके बैठने की व्यवस्था नहीं होने के कारण ये लोग मंच के आसपास ही जमा हो गए थे।