विदेशी कंपनियों पर रोक नहीं, भारत के धंधो पर लगा रहे लगाम
इंदौरPublished: Jan 05, 2019 10:35:32 am
– मिठाई और नमकीन व्यापारियों के सामने पैकेजिंग बनी चुनौती, होगा मंथन
इंदौर।
प्लास्टिक पर प्रतिबंध के चलते मध्यप्रदेश ही नहीं अन्य प्रदेशों में भी भारत के नमकीन और मिठाई व्यापारियों के सामने पैकेजिंग की बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। जिसके चलते नमकीन और मिठाई के निर्माता अब एक जाजम पर आकर इस समस्या का हल ढूंडेेंगे और सरकार से भी इसके लिए मिलेंगे। मिठाई और नमकीन उद्योग की चुनौतियां पर चर्चा करने के लिए पर चर्चा करने के लिए ९ और १० जनवरी को यह काफ्रेंस आयोजित की जा रही है। जिसमें देश व विदेश के निर्माता शामिल होंगे।
मिठाई और नमकीन निर्माताओं ने सरकार की नीतियों पर भी सवाल उठाए हैं। कहना है कि पॉलिथीन बंद का असर सिर्फ हमारे यहां के निर्माताओं के सामने है जबकि विदेशों से आ रहे उत्पाद प्लास्टिक में ही पैक होकर आ रहे हैं, उन पर कोई रोक नहीं है। एसे में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मेक इन इंडिया कांसेप्ट भी फैल हो रहा है जिससे हमारे यहां का निर्माता पिछड़ रहा है। आज विदेशी खाद्य पदार्थों की पैकिंग पर रोक नहीं लेकिन हमारे यहां व्यापारी करदे तो चालान बना रहे हैं। एसी ही अलग अलग कई समस्याएं हैं जिन पर चर्चा करने के लिए ३ हजार से अधिक नमकीन और मिठाई निर्माता एक जाजम पर सामने आ रहे हैं। इसके पूर्व यह काफ्रेंस दिल्ली में हो चुकी है, यह दूसरी बार इंदौर में हो रही है। इसमें अलग अलग प्रदेशों के अलावा अमेरिका, जर्मनी, तुर्की, चायना आदि देशों के पेनलिस्ट भी शामिल होंगे। एसोसिएशन के प्रेसिडेंट वीरेंद्र जैन, डायरेक्टर फिरोज एस नकवी, मध्य प्रदेश मिठाई व नमकीन एसोसिएशन के अध्यक्ष विकास जैन ने बताया कि देश में मिठाई और नमकीन का कारोबार एक लाख करोड़ के टर्नओवर को छू चुका है । इसमें सालाना 20 प्रतिशत की दर से बढ़ोतरी भी हो रही है । लेकिन जैसे-जैसे व्यापार बढ़ता जा रहा है इसके सामने चुनौतियां भी बढ़ती जा रही है। इस कन्वेंशन के दौरान प्लास्टिक पैकिंग को लेकर आ रही चुनोतियो, इंडस्ट्रीज की ग्रोथ, नए उत्पाद, हाइजीन और सुरक्षा, एक्सपोर्ट पोलिसी और उत्पादन की नई तकनीकों, रॉ मैटेरियल, वेट एंड मेजरमेंट, गवर्नमेंट पॉलिसीज, टेक्सेशन आदि पर एक्सपर्ट अपने विचार व्यक्त करेंगे।