जानकार लोगों का कहना है कि दिल्ली में शनिवार को मोदी कैबिनेट का फैसला ऐतिहासिक है। कैबिनेट ने पास्को एक्ट में जो संशोधन किया है, उसके बाद अब नाबालिग के साथ रेप करने वाले आरोपी को फांसी की सजा दी जाएगी। यह अपने आप में बड़ा कदम है, इससे आरोप करने से पहले व्यक्ति भयभीत रहेगा। इधर, व्यापारी संतोष दुबे का कहना है कि सरकार ने पास्को एक्ट में संशोधन को मंजूरी सही समय पर दी है। इससे इंदौर की इस घटना के आरोपी को भी फांसी की सजा मिल जाएगी। इंदौर की जनता भी चाहती है कि उस आरोपी को जल्द से जल्द फांसी की सजा मिले। यदि पास्को एक्ट के बदलाव का असर इस केस पर नहीं हुआ तो हत्या के केस में फांसी की सजा हो सकती है। इसे रेयर केस मानकर फांसी की सजा हो सकती है।
मां के साथ लड़ाई और बच्ची की हत्या तक पढ़ें पूरी कहानी
दुराचार के मामले में अव्वल मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में चार माह की बच्ची के साथ रेप की भयावह घटना सामने आई है। इस मामले में पुलिस की लापरवाही भी उजागर हो गई है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी बच्ची के रिश्ते का मामा बताया जाता है।बताया जाता है कि सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद पुलिस ने आरोपी की पहचान कर ली है। वह खंधे पर बच्चों को उठाकर ले जाता हुआ नजर आ रहा था। पुलिस ने यह भी बताया कि घटना इंदौर के राजबाड़ा क्षेत्र की है। बताया जाता है कि आरोपी और पीड़िता का परिवार राजबाड़ा पर गुब्बारे बेचने का काम करता है और पूरा परिवार रात को राजबाड़ा के मुख्य गेट के पास फुटपाथ पर ही सोता है।
25 साल का है आरोपी
पुलिस ने बताया कि घटना शुक्रवार रात की है। तड़के 4.45 बजे 25 साल का सुनील भील माता-पिता के बीच सो रही 4 माह की बच्ची को धीरे से उठाकर श्रीनाथ पैलेस बिल्डिंग के बेसमेंट में ले गया। वहां उसने उसके साथ 15 मिनट तक रेप किया। उसके बाद जमीन पर पटक-पटक कर उसकी हत्या कर दी। पुलिस के मुताबिक आरोपी 4.45 बजे सीसीटीवी में बच्ची को कंधे पर लादकर ले जाता हुआ नजर आ रहा है, जबकि 5 बजे वह अकेले ही लौटते हुए नजर आ रहा है।
बच्ची की मां से हुआ था झगड़ा, तो ले लिया बदला
यह भी बताया जा रहा है कि एक दिन पहले ही बच्ची की मां के साथ आरोपी का झगड़ा हो गया था। आरोपी की पत्नी पहले ही उसे छोड़कर जा चुकी थी। वह बच्ची की मां से सुलह कराने के लिए दबाव डाल रहा था। जिसे लेकर झगड़ा बढ़ गया। झगड़ा इतना बढ़ा कि वहां काफी भीड़ एकत्र हो गई, पुलिस को भी डंडे मारकर झगड़ा देखने वालों को भगाना पड़ा।
काफी देर बाद हुआ केस दर्ज
इस दर्दनाक घटना के बाद पुलिस की लापरवाही भी सामने आई है। शुक्रवार सुबह जब बच्ची के परिजन बच्ची की गुमशुदगी का प्रकरण दर्ज कराने थाने पहुंचे तो दोपहर में आने के लिए कह दिया गया। बाद में बच्ची का शव मिलने के बाद पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया। इस बीच आठ घंटे तक बच्ची के माता-पिता रोते-बिलखते रहे। बताया जाता है कि घटनास्थल थाने से सौ मीटर दूर ही था।
लाश मिलने के डेढ़ घंटे बाद पहुंची पुलिस
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक जब बच्ची की लाश मिलने की सूचना मिली तो करीब डेढ़ घंटे बाद थाना प्रभारी घटनास्थल पर पहुंचे। सूचना के बाद वरिष्ठ अधिकारियों को घटना की जानकारी न देने पर सराफा थाना प्रभारी त्रिलोकचंद बरकड़े को तत्काल सस्पेंड कर दिया गया।
राजबाड़ा के पीछे श्रीनाथ बिल्डिंग है, जिसमें शापिंग कांपलेक्स है। यहां कई दुकानें हैं। बिल्डिंग के बेसमेंट में जब एक दुकानदार ने दोपहर 12 बजे के आसपास सीढ़ियों के पास बच्ची का शव पड़ा हुआ देखा तो वो हैरान रह गया। उसने भागकर तुरंत अपने दुकान मालिक को फोन पर इसकी जानकारी दी। दुकान मालिक की सूचना के बाद पुलिस आ सकी।
रेप की हुई पुष्टि
बताया गया है कि बच्ची के साथ रेप हुआ था। एमबाय अस्पताल के पस्टमार्टम विभाग ने इसकी पुष्टि कर दी है। बच्ची के प्राइवेट पार्ट में काफी गहरे जख्म पाए गए हैं। बच्चे की सिर में भी गहरी चोट है। चिकित्सकों का कहना है कि बच्ची को जमीन पर जोर से पटक कर मार दिया गया है।