कोतवाली पहुंची संगीता, हीरकुंवर चौहान, राधा गांगले बरुड़, नीलम गुप्ता, मीना तानकरे, अंकिता चौहान, रेखा सावल्दे, रेशम यादव, गंगा चौहान, मंजुला केवट आदि ने बताया कि ममता महिला फाउंडेशन की सीनियर सुपरवाइजर मनीषा यादव ने अमित वर्मा के साथ मीटिंग कराई। इनके कहने पर 6 ग्रुप के सेंटर खोले थे। यादव और वर्मा ने कहा था कि हर प्रशिक्षक को 20 महिलाओं को जोडऩा है। तीन माह में आपको नौ हजार रुपए मिलेंगे। प्रशिक्षणार्थी को भी एक हजार रुपए के बदले बोनस सहित 2 हजार रुपए और डिप्लोमा मिलेगा। 120 महिलाओं ने करीब 1 लाख 20 हजार रुपए अमित के बैंक खाते में वर्ष 2021 में (संस्था के खाते में न डलवाते हुए) में पैसे ट्रांसफर कराए थे। जिसका न तो बोनस मिला न ही प्रशिक्षणार्थियों को रुपए और डिप्लोमा मिला। मनीषा और अमित के साथ निर्मला राणा नाम की महिला भी थी। अब ये लोग फोन भी अटेंड नहीं कर रहे। महिलाओं ने बताया कि उक्त संस्था ने अन्य जिलों में भी ऐसे धोखाधड़ी के मामले किए हैं जो सामने आए हैं। इंदौर तुकोगंज पुलिस ने इन तीनों पर केस भी दर्ज किया है। महिलाओं ने बताया कि खरगोन पुलिस भी उक्त तीनों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर गिरफ्तार करें। महिला फाउंडेशन से जुड़ी महिलाओं ने एसपी सहित कोतवाली में शिकायती आवेदन सौंप कर वसूले गए रुपए वापस दिलाने की मांग की है।