ऐसे हुआ खुलासा महेश सोनी नामक एक व्यक्ति से लगातार देवास बायपास के पेट्रोल पंप पर ठगी हो रही थी। इसलिए रविवार को जब महेश वहां पहुंचे तो उन्होंने नाप से पेट्रोल मापा और साफतौर पर गड़बड़ी सामने आ गई। यहां महेश ने २०० रुपए का पेट्रोल डलवाया जो उस दिन के मूल्य से करीब पौने तीन लीटर यानि करीब 2.68 लीटर आना चाहिए लेकिन चार जार ५००-५०० एमएल का पेट्रोल डाला गया। महेश ने इस पर आपत्ति ली तो पंप ऑफिस पर मौजूद संबंधित व्यक्ति ने सॉरी बोलकर थोड़ा पेट्रोल और डलवा दिया। महेश अब उच्च अधिकारियों से शिकायत की बात कह रहे हैं।
पेट्रोल पंप पर नहीं होते सभी एमएल के माप विभागीय नियमों के मुताबिक पेट्रोल पंप पर 100 एमएल से लेकर 5 लीटर तक का माप होना जरूरी है, लेकिन अधिकांश पेट्रोल पंपों पर केवल 500 एमएल के माप ही नजर आते हैं। कई बार जल्दी-जल्दी में लोग पेट्रोल डलवाकर आगे बढ़ जाते हैं। कितना पेट्रोल डाला गया है, इस बात की जानकारी कोई नहीं लेता और जब पेट्रोल कम डालने पर उपभोक्ता बोलते हैं तो विवाद की स्थिति बन जाती है, जिसके चलते लोगों ने बोलना ही बंद कर दिया है।
समय-समय पर करते हैं कार्रवाई पेट्रोल पंपों पर कार्रवाई का कोई समय निश्चित नहीं होता है। ८ दिन पहले ही कुछ पेट्रोल पंपों पर कार्रवाई की थी, कोई गड़बड़ी नहीं निकली। उपभोक्ताओं को लगता है कि उनके साथ ठगी हो रही हैं तो वे आकर हमें शिकायत भी कर सकते हैं और पेट्रोल पंपों पर भी हमने पेट्रोल मापने का नाम रखा है। उससे भी क्वांटिटी मालूम कर सकते हैं। ऑटो वालों पर भी हम लगातार कार्रवाई करते हैं।
-संजय पाटनकर, इंस्पेक्टर, नापतौल विभाग