डीसीपी जोन- 3 धमेंद्र सिंह भदौरिया ने बताया, फरियादी निखिल गौड़ा निवासी बैंगलूरु की शिकायत पर आरोपी रतन (32) पिता राम सिंह पटेल निवासी समर पार्क, निपानिया को गिरफ्तार कर उसकी सीएस नायडू बिल्डिंग के पांचवें माले में चल रही एल्गोट्रेड कंपनी पर दबिश दी। यहां से टीम ने उसकी पार्टनर सोहानिका चौरे को भी पकड़ा। आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।
कई एडवाइजरी कंपनी में कर चुके हैं काम
टीआइ संजय सिंह बैस ने बताया, आरोपियों ने पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए अलग नाम से एडवाइजरी कंपनी को चलाया। आरोपी रतन पटेल ने पहले मनी इंडिया इंन्वेस्ट कंपनी जयपुर में खोला। इसके बाद उसने कंपनी को इंदौर शिफ्ट कर लिया। अब पता चला कि आरोपी ने अपनी कंपनी को पुणे शिफ्ट किया है। आरोपियों के बारे में पता चला है कि वह पूर्व में कई एडवाइजरी कंपनी में काम कर चुके हैं। आरोपी रतन मूलतः ग्राम जगोटी, तहसील महीदपुर, उज्जैन का रहने वाला है। वह पिछले 10 साल से इंदौर में ही रह रहा है।
ऑफिस से कई कंपनियों का काम करते थे
पूछताछ में आरोपियों ने बताया, वे सॉफ्टवेयर बेचने की आड़ में एडवाइजरी का कार्य करते थे। लोगों को बड़ा मुनाफा देने का लालच देकर पैसा लगवाते थे। आरोपियों द्वारा एल्गो कंपनी के अतिरिक्त जीआरएस साल्यूशन, मनी इंडिया रिसर्च एंजल वन ब्रोकिंग कंपनी, एलाईस ब्लू कंपनी आदि का कार्य भी इसी कार्यालय से अवैध रूप से संचालित किया जा रहा था। मामले में अन्य लोगों की भूमिका भी देखी जा रही है।