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महात्मा गांधी होते तो देश में जाती और धर्म के नाम पर हो रही हिंसाएं न होती – माथुर

locationइंदौरPublished: Mar 05, 2020 11:04:11 am

Submitted by:

KRISHNAKANT SHUKLA

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तोमर की सम्मान पाकर आँखे डबडबाई

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इंदौर। आज देश में जो हिंसक वारदाते हो रही है वो आज से 70 साल पहले अंग्रेजों ने जो किया वो दोहराई जा रही है। आज हमें जाती और धर्म में बांटने का जो प्रयास राजनीतिक पार्टियां कर रही है इसे देखकर आज महात्मा गांधी होते तो देश में ऐसी हिंसक वारदाते नहीं होती। ये उद्बोधन पूर्व महाधिवक्ता और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आनंद मोहन माथुर ने सुप्रसिद्ध कवि एवं स्वतंत्रता सेनानी नरेन्द्रसिंह तोमर के 98वें जन्मोत्सव प्रसंग के दौरान उनके सम्मान में कहे।

जानकारी देते हुए हुए उत्तराधिकारी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष एवं नेताजी सुभाष मंच के अध्यक्ष मदन परमालि ने बताया कि नरेन्द्रसिंह तोमर के जन्मोत्सव पर उन्हें शाल-श्रीफल और प्रतिचिन्ह देकर सम्मानित किया गया। तोमर ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आव्हान पर 1942 के आंदोलन में भाग लेकर अंग्रेजों के खिलाफ जंग छेड़ी और मालवी भाषा में गीत गाकर मातृभूमि की रक्षा में अपना अहम योगदान दिया। तोमर ने मालवी भाषा का इंग्लैण्ड में जाकर भी काव्य भाषण किया।

इस अवसर पर इन्दौर नगर निगम के पूर्व सभापति अजयसिंह नरूका, त्रिलोकसिंह सोलंकी, हुकम यादव, राजकुमार वरूण, अमन चौहान, संजय जयंत, गणेश वर्मा, मोनीक मालवीय, प्रकाश मानावत, ओमप्रकाश वर्मा, राधेश्याम गुप्ता, तोमर के परिजन एवं अन्य संगठनों सहित ग्रामीणजन उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन मदन परमालिया ने किया। आभार विशाल आमणापुरकर ने माना। तोमर के पुत्र मुन्नासिंह तोमर ने पिता द्वारा लिखी कविताओं का काव्यपाठ किया।

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