हादसे के बाद से टॉवर पर लगी लिफ्ट की ट्रॉली उसी स्थिति में अटकी थी। शुक्रवार दोपहर बडग़ोंदा पुलिस व इंदौर से एफएसएल टीम मौके पर पहुंची। टॉवर पर मौजूद लिफ्ट को चालू कर ट्रॉली को धीरे-धीरे नीचे उतारा गया। इसके बाद एफएसएल टीम ने ट्रॉली में लगे सभी लोहे के एंगलों की जांच की। टीम यह पता नहीं कर पाई कि लिफ्ट का कौन का हिस्सा टूटा या किन तकनीकी कारणों से वह पलटी। बडग़ोंदा टीआइ रॉबर्ट ग्रेवाल ने बताया, अहमदाबाद की किसी कंपनी ने इस लिफ्ट को एसेंबल किया था। अब कंपनी के तकनीकी विशेषज्ञ बता पाएंगे कि किन कारणों से लिफ्ट पलटी थी। एफएसएल अधिकारी बीएल मंडलोई ने कहा, पहले हमें सूचना मिली थी कि महू के किसी व्यक्ति ने यह लिफ्ट लगाई थी, लेकिन परिवार के लोगों से चर्चा में पता चला कि तो अहमदाबाद की किसी कंपनी ने इसे इंस्टॉल किया था। हमने संबंधित कंपनी के इंजीनियर को बुलाने का बोला है। मामले में परिवार के सदस्यों के अभी और बयान होंगे।
ऐसे हुआ था हादसा
नए साल के सेलिब्रेशन के लिए 31 दिसंबर को उद्योगपति पुनीत अग्रवाल अपने फार्म हाउस पर परिवार के साथ पहुंचे थे। यहां टॉवर निर्माण कार्य के लिए उस पर लगी ट्रॉली लिफ्ट में पुनीत अग्रवाल, उनकी बेटी पलक, दामाद पलकेश, पलकेश के बहनोई गौरव, उनकी पत्नी निधि व पलकेश के भांजे आर्यवीर सवार होकर नीचे उतर रहे थे, तभी अचानक लिफ्ट की ट्रॉली पलट गई थी और करीब 80 फीट ऊंचाई से सभी धड़ाम से जमीन पर आ गिरे थे। इसमें निधि गंभीर रूप से घायल हुई व शेष सभी की मौत हो गई थी। यह लिफ्ट टॉवर के निर्माण में माल ढोने के लिए लगाई गई थी।
नए साल के सेलिब्रेशन के लिए 31 दिसंबर को उद्योगपति पुनीत अग्रवाल अपने फार्म हाउस पर परिवार के साथ पहुंचे थे। यहां टॉवर निर्माण कार्य के लिए उस पर लगी ट्रॉली लिफ्ट में पुनीत अग्रवाल, उनकी बेटी पलक, दामाद पलकेश, पलकेश के बहनोई गौरव, उनकी पत्नी निधि व पलकेश के भांजे आर्यवीर सवार होकर नीचे उतर रहे थे, तभी अचानक लिफ्ट की ट्रॉली पलट गई थी और करीब 80 फीट ऊंचाई से सभी धड़ाम से जमीन पर आ गिरे थे। इसमें निधि गंभीर रूप से घायल हुई व शेष सभी की मौत हो गई थी। यह लिफ्ट टॉवर के निर्माण में माल ढोने के लिए लगाई गई थी।