मौके पर पहुंची पुलिस उसे छत्रीपुरा थाने ले गई, जहां महिला पुलिस ने पूछताछ की तो पीडि़ता ने बताया कि पास के ही एक अन्य जिले की रहने वाली है। उसे किसी बीमारी के उपचार के लिए रुपयों की जरूरत पड़ी, तब उसने उसके परिचित को फोन लगाकर रुपए मांगे थे। इस पर उसने बताया कि वह कहीं बाहर गया है। उसने रुपए लेने के लिए अपने एक अन्य मित्र के पास जाने को कहा। जब वह उस मित्र के पास गई तो उसने आश्वासन दिया कि वो रुपए तो दे देगा, लेकिन इस काम के उसे उसके साथ इंदौर चलना पड़ेगा।
महिला की हालत बिगड़ी तो…
महिला के अनुसार उसे कार में बिठाकर लाने वाले बदमाश ने रविवार की रात इंदौर में अपने तीन मित्रों के साथ मिलकर पहले तो उसे जमकर शराब पिलाई, फिर किसी सूने स्थान पर ले जाकर सभी बदमाशों ने उसके साथ गैंग रेप किया। जब वो निढाल हो गई तब बदमाश उसे गंगवाल बस स्टैंड पर छोड़कर भाग खड़े हुए।
महिला के अनुसार उसे कार में बिठाकर लाने वाले बदमाश ने रविवार की रात इंदौर में अपने तीन मित्रों के साथ मिलकर पहले तो उसे जमकर शराब पिलाई, फिर किसी सूने स्थान पर ले जाकर सभी बदमाशों ने उसके साथ गैंग रेप किया। जब वो निढाल हो गई तब बदमाश उसे गंगवाल बस स्टैंड पर छोड़कर भाग खड़े हुए।
थाने पर घंटों होता रहा हंगामा
कल शाम थाना छत्रीपुरा पर सूचना पहुंचने पर पुलिस मौके पर पहुंची व पीडि़ता को थाने ले आई। वहां रात नौ बजे से रात तीन बजे हंगामा होता रहा। एमवाय अस्पताल में पीडि़ता का मेडिकल कराने में जुटी रही पुलिस आखिर में महिला के विरोध के कारण उसका इलाज नहीं करवा पाई। परिवार व समाज से बेदखल किए जाने के डर से पीडि़ता रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाना चाहती थी। पुलिस ने उसके द्वारा बताए घटनाक्रम के संबंध में बयान दर्ज कर प्राथमिकी दर्ज भी की, लेकिन वो एफआईआर पर साइन करने को तैयार नहीं हुई। देर रात तक एएसपी रुपेश द्विवेदी, सीएसपी, दो टीआई, महिला थाना प्रभारी सहित कई अफसर घंटों परेशान होते रहे।
कल शाम थाना छत्रीपुरा पर सूचना पहुंचने पर पुलिस मौके पर पहुंची व पीडि़ता को थाने ले आई। वहां रात नौ बजे से रात तीन बजे हंगामा होता रहा। एमवाय अस्पताल में पीडि़ता का मेडिकल कराने में जुटी रही पुलिस आखिर में महिला के विरोध के कारण उसका इलाज नहीं करवा पाई। परिवार व समाज से बेदखल किए जाने के डर से पीडि़ता रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाना चाहती थी। पुलिस ने उसके द्वारा बताए घटनाक्रम के संबंध में बयान दर्ज कर प्राथमिकी दर्ज भी की, लेकिन वो एफआईआर पर साइन करने को तैयार नहीं हुई। देर रात तक एएसपी रुपेश द्विवेदी, सीएसपी, दो टीआई, महिला थाना प्रभारी सहित कई अफसर घंटों परेशान होते रहे।