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सफाई को लेकर देश में नंबर वन इंदौर की जनता बढ़ गया कचरा शुल्क का भार

locationइंदौरPublished: Sep 19, 2018 11:18:16 am

Submitted by:

Uttam Rathore

नगर निगम ने संपत्तिकर रेट जोन के हिसाब से तय किया डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन शुल्क, कहीं ज्यादा…तो कहीं कम

indore nagar nigam

सफाई को लेकर देश में नंबर वन इंदौर की जनता बढ़ गया कचरा शुल्क का भार

इंदौर.
नगर निगम एक तरफ होम कंपोस्टिंग के जरिए शहर को कचरा मुक्त बनाने में लगा है, वहीं डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन का शुल्क भी बढ़ा दिया है। संपत्तिकर रेट जोन के हिसाब से यह शुल्क तय किया गया है। इसके चलते कहीं ज्यादा तो कहीं कम शुल्क लगेगा।
शुल्क बढ़ाने का फैसला ४ अप्रैल को निगम परिषद की बैठक में हो गया था। कांग्रेस पार्षदों ने विरोध किया था, लेकिन निगम में भाजपा की परिषद होने से बहुमत के आधार पर प्रस्ताव में रेट को लेकर संशोधन करने का कहकर मंजूर कर दिया गया। कचरा कलेक्शन शुल्क में संशोधन करने के बाद सभापति अजय सिंह नरूका ने प्रस्ताव पर हस्ताक्षर कर जारी कर दिया। राजस्व विभाग के असेसमेंट एवं सर्वे विभाग ने डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन नए रेट के हिसाब से वसूलने के लिए सूचना सार्वजनिक कर दी है। नए रेट के हिसाब से शुल्क वसूलने के लिए 1९ जोनों पर तैनात सहायक राजस्व अधिकारी (एआरओ) और बिल कलेक्टरों को निर्देशित कर दिया गया है।
गौरतलब है कि पहले निगम आवासीय लोगों से 60 और व्यावसायिक लोगों से 90 रुपए हर महीने लेता था। इसे बढ़ाने के लिए निगम परिषद बैठक में आवासीय 150 रुपए और व्यावसायिक 180 रुपए करने का प्रस्ताव रखा गया, जिसका विरोध हो गया। इसके बाद सभापति नरूका ने रेट में संशोधन करने के बाद प्रस्ताव जारी करने को कहा, जो कल हो गया।
बकाया वसूली होगी पुरानी दर से
शुल्क वसूली की नई दर वर्ष 2018-19 से लागू होगी। इसके पहले का जिस पर बकाया है, उसे वर्ष 2017-18 में तय रशि के हिसाब से भुगतान करना होगा। एआरओ और बिल कलेक्टर को भी इसी आधार पर वसूली करने को कहा गया है।
लोगों पर 60 करोड़ बकाया
कचरा कलेक्शन शुल्क वसूली में भी निगम नाकाम साबित हो रहा है। लोगों पर 60 करोड़ रुपए बकाया है। राजस्व विभाग के अफसरों का कहना है कि नए रेट तय न होने पर बकाया वसूली प्रभावित हुई, जबकि सवाल यह है कि यह राशि तो पुराने रेट के हिसाब से लिए जाने वाले शुल्क की है, फिर वसूली क्यों नहीं हुई? ठीक से वसूली न होने पर निगम खजाने में पिछले वर्ष महज २० करोड़ रुपए ही आए थे।
प्रति माह इस हिसाब से लगेगा शुल्क
रेट जोन-1 : आवासीय प्रयोजन 150 रुपए और व्यावसायिक प्रयोजन 180 रुपए।
रेट जोन-2 : आवासीय प्रयोजन 130 रुपए और व्यावसायिक प्रयोजन 160 महीना।
रेट जोन-3 : आवासीय प्रयोजन 100 रुपए और व्यावसायिक प्रयोजन 140 रुपए।
रेट जोन-4 : आवासीय प्रयोजन 90 रुपए और व्यावसायिक प्रयोजन 120 रुपए।
रेट जोन-5 : आवासीय प्रयोजन 60 रुपए और व्यावसायिक प्रयोजन 100 रुपए।
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