कचरा दिखा तो मिली सजा
इंदौरPublished: Aug 12, 2018 11:34:47 am
सड़क पर गंदगी देखकर भड़के आयुक्त, स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने गाड़ी बुलवाकर तत्काल कराई सफाई
इंदौर.
सफाई का जायजा लेने आज नगर निगम आयुक्त निकले। इस दौरान उन्हें गाड़ी अड्डा ब्रिज के पास लिटर बिन कचरे से भरा होने के साथ आसपास गंदगी फैली दिखी। उन्होंने तत्काल क्षेत्रीय स्वास्थ्य विभाग के अफसरों को मौके पर बुलवाया और फटकार लगाई। साथ ही क्षेत्रीय सफाई दरोगा और सहायक को जलूद भेजने के निर्देश दिए। गंदगी और कचरा स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने तत्काल गाड़ी बुलवाकर साफ कराया।
स्वच्छता में इंदौर दूसरी बार देश में नंबर वन आया, लेकिन अब साफ-सफाई और कचरा प्रबंधन को लेकर निगम स्वास्थ्य विभाग का अमला आराम की मुद्रा में आ गया है। शहर में जगह-जगह गंदगी और कचरा नजर आने लगा है। इसे रोकने के लिए निगम स्पॉट फाइन भी कर रहा है, लेकिन कोई हल नहीं निकल रहा। सड़क किनारे और मुख्य मार्गों पर लिटर बिन राह चलते लोगों द्वारा कचरा डालने के लिए लगाए गए, लेकिन इनमें रहवासी कचरा डाल रहे हैं, जो कचरे से भर जाते हैं, आसपास भी कचरा फैला रहता है।
ऐसे ही हालत आज सुबह ६ बजे से सफाई व्यवस्था का दौरा करने निकले निगम आयुक्त आशीष सिंह को रावजी बाजार पुलिस थाने के पीछे गाड़ी अड्डा ब्रिज के पास प्रकाश का बगीचा में मिले। यहां लिटर बिन कचरे से इस कदर भरा हुआ था जैसे कई दिनों से खाली नहीं हुआ हो और आसपास गंदगी व कचरा फैला हुआ था। यह देखकर आयुक्त सिंह भड़क गए और सेट पर ही क्षेत्रीय स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अखिलेश उपाध्याय, मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक (सीएसआइ) और सफाई दरोगा दुष्यंत दाबोड़े को मौके पर बुलवाया।
दाबोड़े मौके पर पहुंचे तो आयुक्त ने फटकार लगाई और कहा कि कैसे काम करते हो? तुम्हें और तुम्हारे सहायक को यह गंदगी नहीं दिखती? इतने में स्वास्थ्य अधिकारी उपाध्याय अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। इस पर आयुक्त सिंह ने उन्हें निर्देशित किया कि दाबोड़े और इनके सहायक को तत्काल जलूद भेजा जाए। साथ ही उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करें, जो लिटर बिन में कचरा डालते हैं। इनका स्पॉट फाइन बनाने के साथ लिटर बिन के पास एक कर्मचारी की ड्यूटी लगाएं कि कौन कचरा डालता है। प्रकाश का बगीचा के अलावा आयुक्त सिंह ने शहर के अन्य इलाकों का भी दौरा किया। इस दौरान उन्हें सड़क पर सफाई करते कर्मचारी मिले।
मांगने लगा माफी
आयुक्त सिंह ने जैसे ही दरोगा दाबोड़े को जलूद भेजने के निर्देश दिए, वह आगे से ऐसी गलती न करने की बात कहने के साथ माफी मांगने लगा। इस पर आयुक्त सिंह ने एक न सुनी।
नहीं आती कचरा गाड़ी?
लिटर बिन में लोगों के कचरा डालने पर आयुक्त सिंह ने स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. उपाध्याय से पूछा कि क्या इस क्षेत्र में डोर-टू-डोर कचरा गाड़ी नहीं आती? इसका वे ठीक से जवाब नहीं दे पाए। आयुक्त ने कहा कि गाड़ी नहीं आती होगी, तभी तो लोग लिटर बिन में कचरा डाल रहे हंै। इसे तत्काल रोकें और गाड़ी क्यों नहीं आ रही, इसका पता लगाकर रिपोर्ट करें।