लहसुन का उपयोग इतना अदिक बढ़ गया है कि अब बाजार में रैडी मिक्स तक आने लगा है। लहसुन रसोई के मंहगे मसालों में शुमार है अगर कुछ साल पहले की बात करें को लहसुन 300 रुपये किलो तक बिक चुका है। फिलहाल मध्य प्रदेश में लहसुन का रेट 45 पैसे प्रति किलो है। 2019 में इसी लहसुन के भाव 300 रुपये किलो तक पहुंच गए थे।
लहसुन के गिरते दामों से किसानों की हालत खराब हो गई है। एमपी के मालवा इलाके के जिलों में यह सबसे ज्यादा पैदा किया जाता है। प्रदेश के सबसे बड़े उत्पादक जिलों में रतलाम, मंदसौर, नीमच है इसके अलावा इंदौर की मंडियों में थोक के बाव बहुंच नीचे चले गए हैं। मंडी में लहसुन 45 पैसे से 1 रुपये प्रति किलो तक बिक चुका है।
45 पैसे प्रति किलो में लहसुन
मध्यप्रदेश के मालवा-निमाड़ क्षेत्र में हुई लहसुन की बंपर पैदावार के चलते मंडियों में इसके दाम इतने गिर गए हैं कि किसानों को समझ नहीं आ रहा कि वह फसल का क्या करें। लहसुन की 45 पैसे प्रति किलो की कीमतों को सुनकर किसान की आवाज नहीं निकल रही। प्रदेश की रतलाम, मंदसौर, नीमच, इंदौर की मंडियों में थोक के भाव में लहसुन 45 पैसे से 1 रुपए प्रति किलो बिक रहा है।
बताया जा रहा है कि इस इलाके में किसान लहसुन की खेती बड़े पैमाने पर करते हैं जिससे इस बार बंपर उत्पादन हुआ है। वही बीच में मौसम खराब होने के चलते बारिश हो गई और लहसुन की गुणवत्ता भी खराब हुई है इन दोनों वजहों से लहसुन के सही दाम नहीं मिल पा रहे हैं।
बताया जा रहा कि दलोदा मंडी में एक किसान से 45 रुपये क्विंटल में लहसुन खरीदा जो प्रति किलो भाव करने पर 45 पैसे प्रति किलो मिला। अन्य मंडियों में भी जिनमें मनासा, मंदसौर, सैलाना, जावरा, सीहोर, सीतामऊ, शुजालपुर, मंदसौर, श्यामगढ़, रतलाम, महिदपुर, नीमच, नरसिंहगढ़, जावद, कालीपीपल, उज्जैन और इंदौर भी शामिल है यहां भी लहसुन के भाव 100 से लेकर 125 रुपए तक मिल रहे हैं।