इंदौर को इसलिए चुना
शहर में खान-पान के शौकीन हैं। नए स्वाद के प्रति जिज्ञासा रहती है। बड़ी संख्या में दक्षिण के लोग रहते हैं। पर्यटक भी बड़ी संख्या में आते हैं। कृषि कॉलेज के सामने विभागीय कार्यालय परिसर में रेस्टोरेंट खोला जाएगा। एमपीटी सदर्न स्पाइसेस रेस्टोरेंट का मुख्य आकर्षण दक्षिण भारतीय थाली होगी। मौजूदा कैफे या नए शेड में रेस्टोरेंट शुरू किया जा सकता है।
जो स्वाद नहीं मिलता, उसकी होगी शुरुआत
एनके स्वर्णकार, जनरल मैनेजर, एमपी टूरिज्म का कहना है कि शहर में खाने के शौकीनों को देखते हुए एमपीटी स्पाइसेस रेस्टोरेंट की शुरुआत की जा रही है। इसमें कई ऐसी डिश शामिल हैं, जो अभी शहर में नहीं मिलती है।
नई डिशेज और उनका स्वाद
डिशेजः अप्पम, पूत, इडियप्पम, केरल पराठा, परुप्पु वड़ा, पोडी इडली, वडाई, बनाना बज्जी, मिर्ची बज्जी और पायसम खीर, पजहम पूरी, मिर्ची का सलन, थयीर वडाई, पुट्टू कडलाई करी आदि।
थयूर वडाई: यह दक्षिण भारत का दही वड़ा है। यह डिश मीठे और नमकीन दही के सॉस में बनाता है। भीगी उड़द की दाल के पकौड़े के साथ बनाया गया लोकप्रिय डेजर्ट स्नैक है।
डबल का मीठाः लोकप्रिय हैदराबादी व्यंजन है, जो मुगलई खाना है। इसे ब्रेड, दूध, क्रीम, चीनी, केसर, इलायची के साथ मिलकर बनाया जाता है। बनने के बाद इसे चाशनी में डुबोकर ऊपर
से रबड़ी डाली जाती है।
मिर्ची का सलनः यह मूंगफली, तिल और लंबी हरी मिर्च के साथ बनाई गई मसालेदार करी बेस रेसिपी है। पारंपरिक रूप से चावल आधारित बिरयानी या किसी भी लंबे अनाज वाले पुलाव को मसालेदार और स्वादिष्ट बनता है।
बनाना बज्जी: यह कच्चे केले से गहरे तले हुए पकौड़े हैं। यह स्वादिष्ट और कुरकुरा नाश्ता है। मीठा और नमकीन स्वाद इसमें होता है। इसे आमतौर पर मानसून और सर्दियों के मौसम में बनाया जाता है। पुदीना और नारियल चटनी के साथ इस डिश को परोसा जाता है।