
एक ओर जहां मॉल और प्रमुख मार्केट में चहल पहल दिखी वहीं टॉकीज, रेस्टोरेंट भी फुल दिखे। बहुत समय के बाद एक बार फिर लोग दिल खोलकर बाहर निकले। फैमिली रेस्टोरेंट में भी लोग परिवारों के साथ पहुंचे और इस दिन को सेलिब्रेट किया। शहर के एक मॉल के बाहर स्पेशल ड्रेस में आए एक आर्टिस्ट के साथ युवतियों ने गुलाब देते हुए तस्वीरें खिंचवाई वहीं दिल की डिजाइन के गुब्बारे और अन्य सामान भी खासे खरीदे गए।

वेलेंटाइन डे पर शहर में दिन भर रौनक रही। अलग अलग ग्रुप और संस्थाओं ने अपने अंदाज में वेलेंटाइन डे मनाया। किसी ने पुराने दोस्तों से मुलाकात की तो किसी ने सेवा कार्यों को वेलेंटाइन डे मनाने का माध्यम बनाया। इन सबके बीच शहर में हर जगह रौनक दिखी। कोविड की तीसरी लहर की वजह से लगभग एक महीने से शहर में लोग कम बाहर निकल रहे थे। वेलेंटाइन डे के पहले खत्म की गई पाबंदियों ने इस दिन को और भी अधिक बेहतर बना दिया।

किसी के चेहरे पर मुस्कान बिखेरने से अच्छा वेलेंटाइन डे भला क्या हो सकता है। वेलेंटाइन डे पर हर व्यक्ति कुछ न कुछ करता है, लेकिन दूसरों की खुशी में खुशी देखने का नजारा सोमवार को इंदौर की झुग्गी बस्तियों में दिखाई दिया। यह पहल सामाजिक सेवा में जुटी संस्था दानपात्र टीम की थी। संस्था ने मानव सेवा कर वेलेंटाइन डे मनाया। टीम के सभी सदस्य शहर की कच्ची बस्तियों में पहुंचे और वहां के बच्चों और परिवारों को कपड़े, खिलौने, बर्तन, राशन, किताबें और कई जरूरी सामान देकर खुशियां बांटी। टीम ने बस्ती के बच्चों के साथ कई तरह के गेम्स भी खेले, जिसमें म्यूजिकल डांस में बच्चों ने काफी एंजॉय किया।