महू-मंडलेश्वर मार्ग के पिगडंबर में मौजूद टोल प्लाजा पर शुल्क वसूली का काम हाल ही में युवतियों के जिम्मे सौंपा गया। इंदौर व आसपास के शहरों में संभवत: सिर्फ पिगडंबर के टोल टैक्स में काम करते युवतियां नजर आ रही हैं। टोल मैनेजर उमेश श्रीवास ने बताया, अपने आप को लोकल वाहन चालक बताकर बगैर आईडी दिखाए निकलने का कई लोग प्रयास करते और बहस करते हैं, जिसे लेकर आए दिन विवाद की स्थिति भी बनती है। हमने १५ दिन पूर्व करीब पांच युवतियों टोल टैक्स पर काम के लिए रखा। उन्हें कम्प्यूटर चलाने व टोल राशि की इंट्री आदि की ट्रेनिंग दी। सुबह ८ बजे से शाम चार बजे तक की शिफ्ट युवतियां ही संभाल रही हैं। जिससे यह बदलाव आया कि अब युवतियों से राशि को लेकर कोई बहस नहीं करता और खुद को लोकल रहवासी बताने वाला या तो आईडी दिखा रहा है या फिर शुल्क देकर जा रहा है। फायदा यह हुआ है कि जरुरतमंद युवतियों को रोजगार भी मिला और टोल टैक्स पर अनावश्यक बहस व विवाद की स्थिति भी थम गई। टोल मैनेजर ने बताया, आगे और भी महिलाओं व युवतियों को यहां रोजगार देने के प्रयास किए जाएंगे। जानकारी अनुसार महाराष्ट्र में भी ज्यादातर टोल पर महिलाएं या युवतियां की टोल वसूली का काम देख रही हैं।
पिगडंबर में टोल टैक्स वसूल रही युवतियां, दिन की शिफ्ट की जिम्मेदारी युवतियों को सौंपी. आमतौर पर टोल टैक्स प्लाजा पर शुल्क देने के नाम पर चालक विवाद करते हैं, कई बार सांसदों ने गन तक निकाल ली है, अब लड़कियों की तैनाती से शुल्क देने में आनाकानी नहीं होगी।