गोगानवमी के चलते सफाईकर्मी आज अवकाश पर हैं। इस कारण शहर के कई इलाकों में सफाई व्यवस्था प्रभावित हुई। डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन के साथ शहर के व्यापारिक सहित अन्य क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था प्रभावित न हो, इसलिए आज सुबह 6.30 बजे से निगमायुक्त आशीष सिंह, अधीक्षण यंत्री महेश शर्मा और स्वच्छता अभियान से जुड़े एनजीओ व निजी संस्थाओं के सदस्यों ने झाड़ू उठाकर सफाई की। राजबाड़ा सहित पंढरीनाथ में सफाई अभियान चलाया गया, क्योंकि गोगानवमी के चलते इन क्षेत्रों में जुलूस निकलने के चलते जमकर गंदगी और कचरा फैलाया गया।
स्वच्छता सर्वे-2017 और 2018 में दिन-रात मेहनत कर निगम स्वास्थ्य विभाग के स्थायी और अस्थायी मिलाकर करीब 6500 सफाईकर्मियों ने इंदौर को देश में अव्वल बनाया। स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक किया। नतीजा कई समाज के लोगों ने अपने जुलूस और यात्राओं के दौरान सफाई के लिए अलग से टीम लगाना शुरू किया। सड़क पर कचरा होने पर तत्काल उठाया। स्वच्छता के मामले में दूसरों को सीख देने वाला वाल्मीकि समाज इस बात को आत्मसात नहीं करता, क्योंकि हर साल गोगानवमी पर निकलने वाले जुलूस के बाद यही हालात बनते हैं।
सफाईकर्मियों भले ही छुट्टी पर रहे, लेकिन कचरा लेने के लिए डोर-टू-डोर वाहन निकालने की व्यवस्था निगम ने की। 550 ड्राइवरों व हेल्परों को बुलाया गया। ड्राइवर तो वाहन लेकर पहुंच गए, लेकिन हेल्पर नहीं आए। निगमायुक्त सिंह को जानकारी लगी, तो उन्होंने एनजीओ के लोगों को हेल्पर के रूप में लगाया।
शहर में सफाई कौन कर रहा और सफाईकर्मियों के छुट्टी पर होने से कौन अभियान चला रहा है, इस बारे में मुझे कुछ नहीं पता। निगमायुक्त ने भी कुछ नहीं बताया। फोटो खिंचवाने के लिए सफाई अभियान चल रहा होगा। अफसरों ने अपनी मर्जी से सफाई अभियान चलाना तय कर लिया, वहीं शहर की सफाई करने उतरे निजी संस्थाओं के लोगों ने भी संपर्क नहीं किया। रही बात गोगानवमी पर निकले जुलूस के दौरान गंदगी और कचरा फैलाने पर जुर्माना करने की, तो मामले में विचार कर कार्रवाई की जाएगी।
– मालिनी गौड़, महापौर
मेरी जानकारी में आया था कि महापौर को हमने सूचना दे दी है। कहां चूक हुई, दिखवाता हूं। सफाईकर्मियों के छुट्टी पर होने से शहर में रहवासी संघ, निजी संस्थाओं और एनजीओ के सहयोग से अभियान चलाकर सफाई कराई गई। गंदगी और कचरा फैलाने पर स्पॉट फाइन करने के मामले में अभी कुछ नहीं
कह सकता।
– आशीष सिंह, निगमायुक्त