-17 अक्टूबर को 100 से ज्यादा उद्योगपतियों से मिलेंगे मुख्यमंत्री
-स्मार्ट इंडस्ट्रियल पार्क और वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट का होगा लोकार्पण
-तीन साल में 12000 करोड़ का निवेश आने की उम्मीद
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इंदौर. मेग्निफिसंट एमपी-2019 की तैयारियां अंतिम दौरा में हैं। 17 अक्टूबर को मुख्यमंत्री कमलनाथ औद्योगिक प्रर्दशनी का शुभारंभ करेंगे। इसी दिन वे स्थानीय उद्योगपतियों से भी मिलेंगे। इसके लिए 100 से 110 उद्योगपतियों की सूची तैयार की गई है। मुख्यमंत्री प्रदेश को दो बड़ी सौगात देंगे। वे पीथमपुर में स्मार्ट इंडस्ट्रियल पार्क और राऊ के समीप 60 एमएलडी के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का शुभारंभ भी करेंगे। सरकार का अनुमान है कि तीन साल में प्रदेश में 12000 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश आ सकता है।
इस आयोजन के माध्यम से राज्य सरकार देश और दुनिया के प्रमुख उद्योगपतियों और बिजनेस लीडर्स को को प्रदेश से अवगत करवाना चाहती है। इसके पीछे उद्देश्य है कि प्रदेश को निवेश के साथ ही आधुनिक तकनीकों की भी सौगात मिले। यही वजह है कि आयोजन का प्रारूप सार्वजनिक नहीं रखते हुए आमंत्रितों तक ही सीमित रखा गया है।
इंदौर-उज्जैन संभाग के उद्योगपतियों को बुलाया सूत्रों के अनुसार लोकल इंडस्ट्रीज को साधने के लिए सरकार ने 17 अक्टूबर को स्थानीय उद्योगपतियों के साथ मुख्यमंत्री की चर्चा का कार्यक्रम तय किया है। इसमें इंदौर-उज्जैन संभाग के उद्योगपतियों को बुलाया जा रहा है। कार्यक्रम में कुछ एेसे उद्योगपति रहेंगे, जिन्होंने पीथमपुर, इंदौर के आसपास औद्योगिक माहौल बनाने में अहम भूमिका निभाई। एमपीआइडीसी के कार्यकारी संचालक कुमार पुरुषोत्तम के अनुसार मुख्यमंत्री उद्योगपतियों से उनके अनुभव जानेंगे और आगामी विकास के लिए सुझाव लेंगे।
नेट्रिप की जमीन वापस ली सरकार ने नेट्रिप प्रोजेक्ट में देरी होने और इसके अन्य स्थानों पर विभाजित होने के बाद केंद्र सरकार से करीब 1100 एकड़ अधिग्रहित जमीन वापस ले ली है। इसमें करीब 300 एकड़ जमीन फॅारेन टाउनशिप के लिए रिजर्व रखी गई है। बची जमीन पर स्मार्ट इंडस्ट्रीयल पार्क की रूपरेखा तैयार की गई है।
27 इंडस्ट्रीज आईं, खुलेंगी रोजगार की राहें इंडस्ट्रीयल पार्क को करीब 300 करोड़ की लागत से एक टाउनशिप की तरह विकसित किया गया है। यहां सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के लिए सार्वजनिक और आवासीय उपयोग के प्लाट छोड़े गए है। अब तक यहां पर 27 इंडस्ट्रीज आ चुकी हैं। इसमें अधिकांश ऑटो मोबाइल, इंजीनियरिंग क्षेत्र की इंडस्ट्रीज हैं। अगले एक वर्ष में यह इंडस्ट्रीज काम करना शुरू करेंगी। इनसे करीब 7 हजार करोड़ का निवेश मिलेगा। पूरे पार्क में 12 हजार करोड़ से ज्यादा का निवेश आने की उम्मीद है। जिससे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से 12-15 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा।
नहीं रहेगी पानी की समस्या पीथमपुर क्षेत्र में उद्योगों के बढऩे के साथ ही पानी की आवश्यकता भी बढ़ती जा रही है। इसे पूरा करने के लिए 90 एमएलडी पानी नर्मदा से लाने की योजना तैयार की गई है। इसे दो चरण में बनाया जा रहा है। पहले चरण में 60 एमएलडी क्षमता विकसित की गई है। जरूरत होने पर इसे 90 एमएलडी किया जा सकता है। वर्तमान में 28 एमएलडी की जरूरत है। उद्योग विकास दर के अनुसार यह पानी 2015 तक पर्याप्त होगा। इसकी वितरण लाइनें भी डाली जा रही हैं।