कोरोना एप से होगी मरीजों की निगरानी
कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि सरकार की गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए हमने एप बनवा लिया है। एप के जरिये ही इन मरीजों की 24 घंटे निगरानी हमारी टीम करेगी। यह सुविधा पुराने मरीजों को नहीं मिलेगी। वे जहां हैं, वहीं रहेंगे। बिना लक्षण वाले जो नए मरीज आ रहे हैं, उन्हें ही होम आइसोलेशन में रखा जाएगा। इस कैटेगरी में आने वाले 10 लोगों की जानकारी एप पर आ जाएगी।
गंभीर लक्षण दिखने पर अस्पताल में होगा इलाज
किसी मरीज को सर्दी, खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ के साथ ही कोई गंभीर लक्षण दिखते हैं तो उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कर इलाज शुरू किया जाएगा। होम आइसोलेशन के दौरान इन मरीजों का दो बार सैंपल लिया जाएगा। दोनों बार इनकी रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही माना जाएगा कि वे ठीक हो चुके हैं और इन पर निगरानी की जरूरत नहीं है। मरीज के परिवार के अन्य लोगों को भी सावधानी रखनी होगी। गाइडलाइन के मुताबिक उन्हें एहतियात के तौर पर हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा प्रोटोकॉल और डॉक्टर के परामर्श पर दी जाएगी।