टीम एमपी के सभी खिलाड़ी, कोच और स्टॉफ एयरपोर्ट से बस में सवार होकर खजराना गणेश मंदिर पहुंचे थे। यहां सभी ने भगवान गणेश के दर्शन किए और पूजा-अर्चना कर गणेशजी का आशीर्वाद लिया। मप्र टीम के कोच चंद्रकांत पंडित ने खजराना गणेश से टीम की जीत के लिए मन्नत मांगी थी। इसलिए इंदौर पहुंचते ही पूरी टीम खजराना मंदिर पहुंची और गणेशजी के दर्शन कर जीत के लिए भगवान को धन्यवाद दिया। इस दौरान एमपी के खेल जगत की नामी हस्तियों के अलावा कई गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद रहे।
इस दौरान भव्य आतिशबाजी की गई. लोगों ने विजेता खिलाड़ियों का हार्दिक स्वागत किया। मध्यप्रदेश की टीम के कोच चंद्रकांत पंडित को तो लोगों ने फूल मालाओं से लाद दिया। गौरतलब है कि रणजी टूर्नामेंट के 88 साल के इतिहास में ये पहला मौका है जब एमपी की टीम ने यह खिताब जीता। एमपी ने फाइनल मुकाबले में 41 बार की विजेता मुंबई को 6 विकेट से मात देकर यह उपलब्धि हासिल की।
67 साल का सूखा खत्म करते हुए एमपी ने पहली बार रणजी ट्रॉफी जीती- मध्यप्रदेश रणजी टीम ने बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में रविवार को इतिहास रच दिया था। रणजी ट्रॉफी 2022 के फाइनल मुकाबले में एमपी ने मुंबई को 6 विकेट से हराकर पहली बार यह खिताब जीता। मध्यप्रदेश की टीम रणजी ट्रॉफी में 1954-55 से खेल रही है। इस प्रकार 67 साल का सूखा खत्म करते हुए एमपी ने पहली बार रणजी ट्रॉफी जीती।