must read : ये तीन दिन इंदौर में रहेंगे सिंधिया, इनसे होगी खास मुलाकात टीआई तहजीब काजी के मुताबिक, चंद्रप्रकाश को सिमोना नामक युवती ने फोन कर 3 लाख रुपए का निवेश करने पर कंपनी द्वारा 25 लाख रुपए का फायदा करवाने का झांसा दिया। इस पर उन्होंने अपने कारोबार से 9 लाख 8 हजार रुपए निकालकर निवेश कर दिए। कंपनी ने फायदा नहीं दिया और इधर कारोबार में भी नुकसान हुआ। करीब 40 लाख की हानि हुई। बाद में पता चला, कर्मचारी कपिल ने पूरी राशि अपने निजी बैंक खाते में जमा करवा ली थी। पुलिस ने केस दर्ज कर कंपनी के विजयनगर स्थित ऑफिस पर छापा मारा तो पता चला, एक रजिस्ट्रेशन पर तीन ऑफिस चल रहे हैं। पुलिस ने कपिल व फोन करने वाली युवती को पकड़ा तो पता चला, युवती फर्जी नाम से फोन करती थी। पुलिस ने तीनों ऑफिस सील कर दिए।
must read : पत्रिका के पाठक इंदौर के प्रकाशचंद्र शर्मा ने जीती फैमिली कार, ऐसे जाहिर की खुशी बिना रजिस्ट्रेशन चला रहा था 2 फर्जी ऑफिस दूसरे मामले में बुलंदशहर निवासी दयानंद शर्मा की शिकायत पर एबी रिसर्च ग्रुप कंपनी के खिलाफ केस दर्ज कर संचालक मयंक गुप्ता को गिरफ्तार किया गया। शर्मा ने बताया, उन्होंने 14 लाख 50 हजार रुपए निवेश किए। दोस्त रितेश मिश्रा ने भी 4 लाख 30 हजार रुपए निवेश कर दिए। कार्रवाई की बात कहने पर ढाई लाख लौटा दिए। पुलिस ने छापा मारा तो पता चला, कंपनी के ऑफिस का पता फर्जी था। मयंक को पकड़ा तो पता चला, वह बिना रजिस्ट्रेशन जंजीरवाला चौराहा व विजयनगर में दो ऑफिस चला रहा था।