सभी ग्राम पंचायत से डीपीआर बनवाई, सालभर बाद भी कुछ नहीं हुआ: ग्राम पंचायतों में सिर्फ शौचालय निर्माण को लेकर राशि मिली। नगरीय निकायों की तरह सफाई व्यवस्था पर आज तक कोई बजट निर्धारित नहीं किया। जनपद क्षेत्र की सिर्फ दो-तीन पंचायत में जिला पंचायत व विधायक निधि से कचरा वाहन भेजे गए। हालत यह है कि ग्राम पंचायतों में सफाई व्यवस्था के लिए उचित संसाधन ही नहीं हैं। गवली पलासिया, कोदरिया जैसी बड़ी पंचायतों में करों की वसूली अधिक होने से संबंधित पंचायत ने अपने स्तर पर संसाधन जुटाए, लेकिन छोटी पंचायतों में जहां वसूली अधिक नहीं हैं, वहां न पंचायत के जिम्मेदार और न ही जनपद या जिला पंचायत की ओर से कोई इंतजाम किए गए। सालभर पहले सभी पंचायतों से उनके क्षेत्र में सफाई से संबंधित इंतजामों को लेकर डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट(डीपीआर) बनवाई गई। लेकिन इस पर आगे न बजट मिला, न आगे कोई कार्रवाई हुई।