शहर के विभिन्न स्थानों पर आज गुड़ी पड़वा पर्व आज सादगी से मनाया गया। सूर्य को अर्घ्य देकर हिंदू नववर्ष का आज स्वागत किया गया। बकायदा एक-दूसरे को गुड़-धनिया खिलाकर बधाई दी गई। इधर, मराठी घरों में गुड़ी बांधकर पूजा भी की गई। अलसुबह 5 बजे से राजबाड़ा पर गुड़ी पड़वा के कार्यक्रम को लेकर हलचल शुरू हो गई थी। नगर निगम, संस्कार भारती व लोक संस्कृति मंच का संयुक्त आयोजन हुआ जिसमें संसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, आईडीए अध्यक्ष जयपालसिंह चावड़ा, कैलाश विजयवर्गीय, संत राधे-राधे बाबा, सतीश शर्मा, पवन शर्मा के अलावा बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी थीं। सुबह 5.30 बजे मंगल वाद्य वादन व लोकगीत के माध्यम से भगवान राम की स्तुति की गई। शुरुआत में गुड़ी पूजन और संस्कार भारती के गीत पर नृत्य की प्रस्तुति हुई तो बाद में प्रभात भजन तारा सिंह डोडवे ने पेश किया
शहर के विभिन्न स्थानों पर आज गुड़ी पड़वा पर्व आज सादगी से मनाया गया। सूर्य को अर्घ्य देकर हिंदू नववर्ष का आज स्वागत किया गया। बकायदा एक-दूसरे को गुड़-धनिया खिलाकर बधाई दी गई। इधर, मराठी घरों में गुड़ी बांधकर पूजा भी की गई। अलसुबह 5 बजे से राजबाड़ा पर गुड़ी पड़वा के कार्यक्रम को लेकर हलचल शुरू हो गई थी। नगर निगम, संस्कार भारती व लोक संस्कृति मंच का संयुक्त आयोजन हुआ जिसमें संसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, आईडीए अध्यक्ष जयपालसिंह चावड़ा, कैलाश विजयवर्गीय, संत राधे-राधे बाबा, सतीश शर्मा, पवन शर्मा के अलावा बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी थीं। सुबह 5.30 बजे मंगल वाद्य वादन व लोकगीत के माध्यम से भगवान राम की स्तुति की गई। शुरुआत में गुड़ी पूजन और संस्कार भारती के गीत पर नृत्य की प्रस्तुति हुई तो बाद में प्रभात भजन तारा सिंह डोडवे ने पेश किया