scriptदेश में भी सिर्फ 256 जिलों में मिल रहे हॉल मार्क वाले जेवर | Hall mark jewelery available in only 256 districts in the country | Patrika News

देश में भी सिर्फ 256 जिलों में मिल रहे हॉल मार्क वाले जेवर

locationइंदौरPublished: Oct 17, 2021 07:31:47 pm

Submitted by:

Hitendra Sharma

सोने के आभूषणो की बिक्री में विश्वसनीयता के लिए केंद्र सरकार ने लागू की थी योजना, सुविधाओं के अभाव के चलते प्रदेश के सिर्फ 13 जिलों में सेंटर।

hallmark_gold.jpg

इंदौर .सोने के आभूषणों की बिक्री के कारोबार की विश्वसनीयता के लिए केंद्र सरकार ने हॉलमार्किंग की अनिवार्यता 16 जून 2021 से ही पूरे देश में लागू कर दी थी। लेकिन, इन चार महीने बाद भी हॉलमार्किंग की अनिवार्यता देश के सिर्फ 256 जिलों में ही लागू हो सकी है।

मध्यप्रदेश में भी सिर्फ 13 जिलों में हॉलमार्किंग सेंटर शुरू हो सके हैं। बाकी जिलों में अभी भी बिना हॉलमार्क वाले आभूषण ही बेचे जा रहे हैं। हॉलमाकि सेंटर से जुड़ी आधारभूत सुविधाओं के अभाव में योजना पूरे देश में लागू नहीं हो पा रही है। सरकार ने जून में दावा किया था कि इस दिपावली पर देश में सभी दुकानों से हॉलमार्क वाले सोने के आभूषणों की ही बिक्री होगी, लेकिन देश में अब तक सिर्फ 256 जिलों में ही यह व्यवस्था लागू हो सकी है। 90 फीसदी से अधिक कारोबार बिना हॉलमार्क वाले आभूषणों का हो रहा है। यही हालत रहे तो अगले साल तक भी देश के सभी प्रमुख जिलों में हॉल मार्क सेंटर शुरू नही हो सकेंगे।

Must See: मौसम में बदलाव से बढ़ रहा कोरोना का खतरा

https://www.dailymotion.com/embed/video/x84wnw2

सराफा एसोसिएशन की बदली पहचान
हॉलमार्किग की अनिवार्यता के बाद मप्र सराफा एसोसिएशन की पहचान भी बदल गई है। रजिस्ट्रेशन कराने के बाद एसोसिएशन का नाम ज्वेलर्स डेवलपमेंट वेलफेयर एसोसिएशन मप्र हो गया है। इसके सचिव संतोष सराफ का कहना है, सरकार ने बिना तैयारी के हॉल मार्किग को अनिवार्य किया है। हम पहले विरोध कर रहे थे कि पहले हॉल मार्किंग सेंटर खोले जाएं फिर अनिवार्य हो, लेकिन सरकार ने नहीं सुनी। कारोबारियों के हॉलमार्किंग सेंटरों से रजिस्ट्रेशन को लेकर हालांकि अभी सख्ती नहीं हुई है।

Must See: दुनिया में कोयले की बढ़ती डिमांड, कोयला ब्लॉक में रुका है खनन

इंदौर में तीन, बाकी जिलों में एक-एक सेंटर
इंदौर सराफा एसोसिएशन के बसंत सोनी ने बताया, प्रदेश में इंदौर के अलावा जबलपुर, रतलाम, बालाघाट, मैहर, रीवा, सतना, देवास सहित 13 जिलों में हॉलमार्किंग अनिवार्य की है। यहां सभी सोने के आभूषण हॉलमार्क के बाद बिक रहे हैं। इंदौर में हॉलमारकिंग के 3 सेंटर हैं, जबकि प्रदेश के अन्य जिलों में एक-एक सेंटर संचालित हो रहे हैं। सेंटर कम होने से कारोबारियों को परेशानी हो रही है। सरकार से मांग की है कि सेंटर बढ़ाए जाएं।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो