इस राशि पर 18 प्रतिशत जीएसटी भी लगेगा, जिससे ज्वेलर्स और आम ग्राहक को 53.10 रुपए चुकाने होंगे। इससे पहले 35 रुपए और जीएसटी मिलाकर 41.30 रुपए का शुल्क लगता था। वहीं चांदी के आभूषणों पर हॉलमार्क लगाने की फीस में भी 10 रुपए प्रति नग का इजाफा किया गया है। अब चांदी के गहनों के लिए जीएसटी सहित् 29.50 रुपए के स्थान पर 41.30 रुपए चुकानें होंगे।
100 रुपए प्रति नग करने की थी मांग
इंदौर में हॉलमार्क सेंटर चलाने वाले संजय मांडोत ने बताया, देशभर के हॉलमार्क सेंटर संचालकों ने फीस 100 रुपए प्रति नग करने की मांग की थी, लेकिन सरकार ने अभी 10 रुपए का ही इजाफा किया है।
हॉलमार्क वाली ज्वैलरी खरीदें
सोना खरीदते समय उसकी गुणवत्ता का ध्यान रखना चाहिए। इसलिए हालमार्क वाली सोने की ज्वैलरी खरीदना चाहिए। हॉलमार्क सोने की सरकारी गारंटी होती है और भारत की एकमात्र एजेंसी ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (बीआईएस) हॉलमार्क का निर्धारण करता है। 24 कैरेट सोने को सबसे शुद्ध सोना माना गया है, यह इतना सॉफ्ट होता है कि इसके गहने नहीं बनाए जा सकते।
अभूषण बनाने के लिए 22 कैरेट से लेकर 18 कैरेट सोने का इस्तेमाल किया जाता है। सभी कैरेट का हॉलमार्क अंक भी अलग-अलग होता है। जैसे 24 कैरेट पर 999, 23 कैरेट सोने पर 958, 22 कैरेट पर 916, 21 कैरेट पर 875 और 18 पर 750 लिखा होता है। यह अंक बताते हैं कि आपका सोना कितना शुद्ध है।