इस ट्रेन श्ुाक्रवार सुबह 11.25 बजे इंदौर स्टेशन पहुंचना था, लेकिन इस हंगामे के कारण ट्रेन आज सुबह 7.22 बजे इंदौर स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर पहुंची। इसका असर यह हुआ कि इस ट्रेन के रैक से जाने वाली इंदौर-लिगंमपल्ली हमसफर ट्रेन को निरस्त करना पड़ा।
पुरी से यह ट्रेन बुधवार रात 11.55 बजे इंदौर के लिए रवाना हुई। सुबह यह ट्रेन उड़ीसा के संबलपुर स्टेशन पहुंची और जब रवाना होने लगी तो वकील संघ के कार्यकर्ता और स्थाई खंडपीठ के समर्थकों ने ट्रेन को वहीं रोक दिया। दरअसल यहां वकीलों ने गुरुवार से दो दिन का महाबंद का आह्वान किया था, जिसके चलते यह ट्रेन रोकी गई। ट्रेन शाम 5.30 बजे इसी स्टेशन पर खड़ी रही। इसके बाद इंदौर के यात्रियों को छोड़कर अन्य यात्री अन्य साधनों से रवाना हुए।
देर रात जारी किया संदेश इधर, इसी ट्रेन के रैक से आज सुबह 7 बजे इंदौर से लिंगमपल्ली के लिए ट्रेन रवाना होना थी। हमसफर ट्रेन को कल शाम को ही निरस्त कर दिया गया था, लेकिन रेलवे ने देर रात इंदौर-लिंगमपल्ली ट्रेन के निरस्त होने की सूचना जारी की। आज सुबह इस ट्रेन से जाने वाले यात्री स्टेशन भी पहुंच गए थे, लेकिन उन्हें वापस घर लौटना पड़ा।
यात्री होते रहे परेशान यह ट्रेन पूरी से इंदौर का सफर 35 घंटे 30 मिनट में पूरा करती है, लेकिन महाबंद के चलते ट्रेन करीब 55 घंटे में इंदौर स्टेशन पहुंची है। पुरी से इंदौर के लिए बैठे दर्जनभर यात्रियों को परेशान होते हुए आना पड़ा, क्योंकि यह ट्रेन संबलपुर में ही निरस्त कर दी गई थी। इसके बाद पूरी टे्रन लॉक कर
रवाना की गई।