आज अलसुबह 4.30 बजे शहर के मंदिरों में हनुमानजी जन्मोत्सव की हलचल शुरू हो गई थी। मंदिर में विशेष श्रंगार तो कल रात तक पूरा हो गया था पर सुबह बाबा का अभिषेक किया गया। बाद में चोला चढ़ाकर आकर्षक श्रंगार कर सुंदर-सुंदर पोषाक पहनाई गई। साथ में फल और मिठाइयों से भोग लगाया गया। माना जाता है कि जन्मोत्सव पर पूजा करने से संकट, भय, रोग, दोष आदि सब दूर होते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
आज अलसुबह 4.30 बजे शहर के मंदिरों में हनुमानजी जन्मोत्सव की हलचल शुरू हो गई थी। मंदिर में विशेष श्रंगार तो कल रात तक पूरा हो गया था पर सुबह बाबा का अभिषेक किया गया। बाद में चोला चढ़ाकर आकर्षक श्रंगार कर सुंदर-सुंदर पोषाक पहनाई गई। साथ में फल और मिठाइयों से भोग लगाया गया। माना जाता है कि जन्मोत्सव पर पूजा करने से संकट, भय, रोग, दोष आदि सब दूर होते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं।