पुलिस के अनुसार घनश्याम पिता बलवंत चौहान (45) निवासी नागिन नगर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में पुलिस ने घनश्याम पिता मेवालाल निवासी आशियान पैलेस और दीपक पिता दुर्गा प्रसाद यादव निवासी गांधीनगर के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का केस दर्ज किया है। टीआई अशोक पाटीदार ने बताया कि दोनों आरोपी उसके साथी ही थे। घनश्याम चौहान ने आरोपी घनश्याम को मकान बनाने के लिए एक लाख 45 हजार कीमत का बिल्डिंग मटेरियल दिलाया था। वहीं दीपक को करीबन 44 हजार रुपये कीमत का एक मोबाइल भी अपनी ग्यारंटी पर उधार दिलाया था। दोनों ने सामान उधार तो ले लिया, लेकिन उसके रुपए नहीं चुका रहे थे। वह ना तो वह व्यापारी को रुपये दे रहे थे और ना ही घनश्याम को रुपए वापस लौटा रहे थे। इसी के चलते वह परेशान हो गया था, क्योंकि व्यापारी उस पर रुपए वापसी के लिए दबाव बना रहे थे और साथी रुपए लौटाने में आनाकानी कर रहे थे। इसी से परेशान होकर उसने घर में फांसी लगा ली। उसके पास से मिले सुसाइड नोट और परिजनों के बयान से यह साफ हो गया कि दोनों आरोपियों के कारण ही उसने आत्महत्या की है। इस पर पुलिस ने दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और कार्रवाई कर रही हैं।