पांच मरीजों को भेजा गया था शंकर नेत्रालय मनोहर, मोहन, हरपालदास और मिश्रीलाल को रविवार शाम फ्लाइट से इंदौर लाया गया था। सभी को आगे के इलाज के लिए चोइथराम नेत्रालय में रखा गया था। 18 अगस्त को तीन और अगले दो दिन में दो मरीजों को चेन्नई के शंकर नेत्रालय इलाज के लिए भेजा गया था। एक मरीज की गत दिनों छुट्टी हो गई थी। चेन्नई में मोहन की आंख निकालना पड़ी थी। चोइथराम नेत्रालय में मरीजों की जांच के बाद प्रवक्त डॉ. टीना दम्मानी ने बताया मिश्रीलाल और मनोहर का कॉर्निया ट्रांसप्लांट करने के साथ विट्रेक्टॉमी की गई है। दोनों मरीजों की आंखों की रोशनी कितनी लौटी है इसका पता 6 से 8 सप्ताह के बाद चल सकेगा।
निकालना पड़ सकती है आंख रविवार को लौटे एक मरीज की आंखों का संक्रमण अभी खत्म नहीं हुआ है। डॉक्टरों के मुताबिक संक्रमण का इलाज किया जा रहा है, संक्रमण खत्म नहीं होने पर आंख निकालना पड़ सकती है।