गौरतलब है कि बारिश का मौसम खत्म होने के बाद डेंगू के सबसे अधिक मरीज सामने आते हैं। कारण है कि लोग अपने घरों और आसपास जमा पानी को हटाते नहीं है और यहीं पानी में लार्वा पनपने लगता है। दरअसल डेंगू का एडीज मच्छर साफ पानी में पनपता है और दिन में काटता है। लोगों को इसके बारे में अधिक पता नहीं होता। इसी के चलते पिछले दिनों स्वास्थ्य मंत्री ने रेसीडेंसी कोठी में बैठक लेकर अफसरों को दिशा-निर्देश जारी किए और इसके बारे में समझाया था। इसके बाद आज सुबह 5.30 बजे उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अफसरों और नगर निगम के अफसरों को विजय नगर चौराहे स्थित नगर निगम जोन पर एकत्रित होने का कहा। इसके बाद मंत्री सिलावट सबसे पहले मेघदूत गार्डन पहुंचे। यहां एरोबिक्स क्लब के मंच पर जाकर सैकड़ों लोगों को डेंगू के लार्वा की पहचान के बारे में बताया। मंत्री के साथ नगर निगम के अपर आयुक्त रजनीश कसेरा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा, जिला प्रोग्राम अधिकारी एनएचएम विजय भार्गव सहित अन्य अधिकारी थे। सुबह 5.30 बजे से शुरू हुआ दौरा खबर लिखने तक जारी रहा।
– घर-घर जाकर ढूंढ़ा लार्वा
इसके बाद मंत्री टीम के साथ निपानिया, स्कीम नंबर ५४, ७८, १३८ सहित विजय नगर व आसपास की तमाम कॉलोनियों में पहुंचे और लोगों के घरों में लार्वा ढूंढ़ा। इस दौरान साथ में चल रही मलेरिया विभाग की टीम ने तुरंत मौके पर लार्वा नष्ट किया। कई घरों में गमलों और घरों के आसपास एकत्रित पानी में लार्वा मिला। जिसे मंत्री सिलावट व सीएमएचओ ने लोगों को बताया कि इस तरह से पहचान कर पानी को खाली कर दें या बदल दें। मंत्री ने लोगों के घरों में जाकर समझाईश दी कि डेंगू का मच्छर साफ पानी में पनपता है। ५ से ८ दिन तक अगर एक ही जगह पानी भरा रहेगा तो इसमें लार्वा पनपने लगेगा। ऐसे में जरूरी है कि डेंगू का लार्वा नष्ट करने के लिए पानी को बदल दें या इस पर तेल का छिड़काव कर दें।
– योग के साथ लगाई पुशअप
मंत्री जब मेघदूत गार्डन पहुंचे तब यहां बड़ी संख्या में लोग एरोबिक्स कर रहे थे। इस दौरान लोगों के साथ उन्होंने योग किया और पुशअप लगाए। इस दौरान उन्होंने अपना पुरान इतिहास भी बताया जब वे कुश्ती लड़ा करते थे। दरअसल मंत्री सिलावट कुश्ती के नामी खिलाड़ी रहे हैं। उन्होंने इसके चलते सेहत का राज भी लोगों को बताया और कहा कि जिस तरह हमें स्वच्छता में इंदौर का नाम रोशन किया है वैसे ही स्वास्थ्य सुविधाओं में करना है। इसमें जब तक आम जनता का साथ नहीं मिलेगा तब तक यह संभव नहीं है। सीएमएचओ डॉ. जडिय़ा ने बताया कि डेंगू का लार्वा नष्ट करने का अभियान सतत जारी रहेगा। करीब २०० लोगों की टीम हर दिन शहर के अलग-अलग इलाकों में लोगों को समझाईश देने जा रही है और लार्वा नष्ट किया जा रहा है।