सूरज की तपन ऐसी हो गई है कि सुबह 9 बजे के बाद से ही बाहर घूमना मुश्किल हो चला है। थर्मामीटर में पारा दिनोंदिन चढ़ता जा रहा है और 41 डिग्री के ऊपर निकल गया है। वहीं रात का पारा भी 27.3 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से दो डिग्री अधिक है। यानी अब रातें भी गर्म होने लगी हैं। दरअसल पछुवा हवाओं का प्रभाव भी पहली बार ही देखने को मिला। दिन भर हवा के गर्म थपेड़े झुलसाते रहे, शाम को भी हवा में इतनी गर्माहट थी कि वह चुभ रही थी। हालांकि हवा की गति तो सामान्य ही रही, लेकिन हवा में नमी का प्रतिशत कम हो गया है।
कूलर-पंखों ने तोड़ा दम बढ़ते तापमान के आगे कूलर और पंखों ने दम तोड़ दिया है। मौसम विभाग का मानना है कि गर्मी के जो तेवर दिख रहे हैं, उसे देखते हुए आने वाले दिनों में गर्मी बढ़ेगी और पारा 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि खुले में घूमने के कारण लू लग सकती है और निर्जलीकरण का खतरा बढ़ सकता है। अत: जहां तक संभव हो दिन में न निकलें। यदि निकलना भी पड़े तो पूरे उपाय करने के बाद ही निकलें। मौसम विभाग की माने तो हवाओं का रूख उत्तर-पश्चिमी होने से तापमान में बढ़ोतरी हो रही हैं। यह शुष्क हवाएं लू की तरह चल रही हैं। दोपहर में सूरज की गर्मी और लू की तरह गर्म हवाओं के थपेड़ों ने लोगों को हालाकान किया। अगले दो तीन दिनों तक इसी तरह पारा रहेगा। २५ को नवतपा लगने के बाद इसमें और इजाफा हो सकता है।