– सितंबर में प्रति दिन औसत 6 से 7 घंटे रहती है धूप- बारिश का आंकड़ा 46.4 इंच पर पहुंचा, रविवार को गिरता रहा रिमझिम पानी
‘सितंबर’ ने चौंकाया, 15 दिन में मात्र इतने घंटे खिली धूप, मौसम वैज्ञानिक भी हुए हैरान
इंदौर. मानसूनी बादलों ने सूरज को एेसे छुपाया कि आधा सितंबर बीतने के बाद भी पूरे दिन धूप नहीं खिल सकी। सितंबर के 15 दिनों में खिली धूप का हिसाब भी चौंकाने वाला है। हर दिन बारिश जरूर रिकार्ड की गई, लेकिन इन दिनों में मात्र 9 घंटे 46 मिनट ही धूप खिली। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों की मानें तो सितंबर के दिनों में 7-8 घंटे औसत धूप रहती है। आसमान पर बादल आते जरूर हैं, लेकिन कम समय रह कर या तो बरस जाते हैं या उड़ जाते हैं। इस साल एेसा नहीं हुआ। माह की शुरुआत से ही आसमान पर बादलों ने डेरा जमाए रखा।
रविवार का दिन भी बादलों के हवाले रहा। सुबह कुछ मिनटों के लिए सूरज के दर्शन हुए, उसके बाद दिनभर बादल छाए रहे और रिमझिम बारिश होती रही। शहर में अलग-अलग क्षेत्रों में इसकी तीव्रता कम ज्यादा रही। कहीं तेज बौछारें गिरीं तो कहीं फुहारों से लोग भीगते रहे। दिन में 8 मिमी बारिश दर्ज की गई।
इस साल सिस्टम का असर बरकरार मौसम विभाग का कहना है, सामान्य तौर पर इन दिनों में मानसूनी गतिविधियां कमजोर होने लगती हैं। इस साल सिस्टम का असर बना हुआ है। अब धीरे-धीरे यह कमजोर होने लगेगा। माह की शुरुआत ही बारिश के साथ हुई। आधा माह बीतने के बाद भी दिन-भर धूप नहीं खिली।
5 दिन ही दिखा सूरज मौसम विभाग के अनुसार बीते 15 दिनों में 5 दिन ही एेसे रहे, जब सूरज बादलों से बाहर आया। यह भी पूरे समय के लिए नहीं। कुछ देर दिखा और फिर बादलों के पीछे छुप गया। ७ सितंबर का दिन ही एेसा रहा जब 4 घंटे तक धूप खिली थी।
1985 में हुई थी 35 इंच मौसम विभाग के अनुसार इस साल सितंबर में हर दिन बारिश रिकॉर्ड की गई। जबकि आमतौर पर शुरुआत या आखिरी दिनों में बारिश होती है। अब तक 338 मिमी यानी 13.5 इंच पानी गिर चुका है। यह बारिश बीते 11 वर्षों में सर्वाधिक है। हालांकि सितंबर 1985 में करीब 35 इंच बारिश रिकॉर्ड की जा चुकी है। इसके बाद कभी भी सितंबर में इतनी अधिक बारिश होने का रिकॉर्ड नहीं है।
धूप नहीं खिलने से फसलें प्रभावित आमतौर पर अगस्त के बाद मानसूनी गतिविधियां कमजोर होने लगती हैं। सितंबर में पूरे महीने में औसत 6 से 7 इंच बारिश होती है। इसमें भी अधिकांश हिस्सा आखिरी दिनों में होता है। जब तेज धूप और नमी के कारण स्थानीय बादल बरसते हैं। इस साल अगस्त में तो पानी गिरता रहा, सिंतबर के १५ दिन भी मौसम नहीं खुला। इसकी वजह से निचले इलाकों की फसलें प्रभावित हो रही हैं। कृषि विभाग के अफसरों के अनुसार खेतों में पानी भर गया है। इन इलाकों में सोयाबीन, मक्का, कपास की फसलें प्रभावित हो रही हैं। प्रारंभिक आकलन में 10 से 15 प्रतिशत फसल प्रभावित होने के संकेत मिले हैं। जिन खेतों में पानी भर गया या खरपतवार नष्ट नहीं की जा सकी, वहां ज्यादा नुकसान होने की संभावना है। इंदौर में सोयाबीन की फसल को लेकर अलग-अलग बातें कही जा रही हैं। किसान कमजोर फसल की बात कह रहे हैं। जबकि कृषि विभाग का कहना है, फसल अच्छी है, धूप खिलते ही सब ठीक हो जाएगी।
सितंबर में इन दिनों इतनी खिली धूप दिन —- धूप खिलने का समय 1 सितंबर —- 1.06 घंटे 2 सितंबर —- 2.02 घंटे 3 सितंबर —- 1.34 घंटे 6 सितंबर —- 1.04 घंटे