इंदौर

रेलवे के गैंगमैन हुए हाईटेक

रेलवे बोर्ड चेयरमैन ने वितरित की किट

इंदौरSep 09, 2018 / 11:19 am

Sanjay Rajak

रेलवे के गैंगमैन हुए हाईटेक

इंदौर.
हाल ही में इंदौर आए रेलवे बोर्ड चेयरमैन अश्विनी लोहानी ने इंदौर के गैंगमैन को हाईटेक किट दी है। इसके उपयोग से रात में ट्रैक मॉनिटिरिंग में दिक्कत नहीं होगी, वहीं कई किमी तक अपने साथ भारी वजन भी नहीं ले जाना पड़ेगा।
दो दिन पहले इंदौर आए लोहानी गैंगमैन से मिले थे और उन्हें हाईटेक किट सौंपी। किट में हेलमेट, जैकेट और विशेष तरह के जूते दिए गए हैं। रेल अफसरों के अनुसार रेल सुरक्षा में सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा गैंगमैन की पेट्रोलिंग से जुड़ा है, इसलिए इन्हें विशेष किट दी गई है, ताकि वे अपना काम आसानी से कर सकें।
रेल फ्रेक्चर आसानी से दिखेगा
किट में विशेष हेलमेट भी है। इस पर लाइट लगाई गई है। रात को पेट्रोलिंग के दौरान इस लाइट से ट्रैक पर होने वाले फ्रेक्चर को आसानी से देखा जा सकेगा। जहरीले जीवों से भी गैंगमैन अपनी सुरक्षा कर सकेंगे। किट में एक जैकेट भी है। इसमें रिफ्लेक्टिव पट्टियां लगी हुई हंै, ताकि टै्रक पर काम करते समय अगर कोई ट्रेन आ रही है, तो ट्रेन का ड्राइवर पहचान सके और गैंगमैन को ट्रैक से दूर कर सके।
पैरों को नहीं होगा नुकसान
किट में विशेष प्रकार के जूते दिए गए हैं। अगर काम के दौरान जूतों पर पटरी का टुकड़ा भी गिर जाए तो पैरों को नुकसान नहीं होगा।
जल्द मिलेगी डिवाइस…
पटरी टूटने व ट्रैक के खराब होने पर ट्रेनें रोकने के लिए गैंगमैन को दौड़कर लाल झंडी दिखाने की नौबत नहीं आएगी। ये रेलकर्मी जीपीएस आधारित डिवाइस का उपयोग कर तत्काल ट्रेनें रुकवा सकेंगे। इसके लिए रेलकर्मियों को टूटी हुई पटरी व खराब ट्रैक के दिखते ही डिवाइस का बटन दबाना होगा। इसके बाद तुरंत रेलवे कंट्रोल व वरिष्ठ अधिकारियों को खराब ट्रैक व टूटी रेल पटरी की लोकेशन पता चल जाएगी और वे ट्रेनें रुकवा देंगे। कई बार ट्रेन जिस दिशा से आने वाली होती थी, उस दिशा में दौड़ भी लगा देते थे, क्योंकि तुरंत कंट्रोल व अधिकारियों को मैसेज कर ट्रेनें रुकवाना मुश्किल होता था। रात के समय में तो टॉर्च लेकर दौडऩा पड़ता था, तब जाकर ट्रेनें रोकते है।
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