हनी ट्रैप-2 मामले में पकड़ाए आरोपियों ने किए कई खुलासे
गायत्री को पूछताछ के लिए जेल से ला सकती है पुलिस
चंदन नगर थाना क्षेत्र का मामला, आरोपी दुर्गेश से पिस्टल जब्त
HONEYTRAP -2 : युवतियां बातचीत में बोलती थी कोडवर्ड ‘लडक़ा डिजाइन कर लिया’, मतलब- वीडियो बन गया है
इंदौर. चंदन नगर पुलिस ने हनी ट्रैप-2 मामले में पकड़ाए आरोपियों से पूछताछ में कई खुलासे हुए हैं। जेल गई आरोपी युवती गायत्री और उसका साथी दुर्गेश संभ्रात परिवार के युवकों को फंसाने के लिए कोड वर्ड ‘लडक़ा डिजाइन कर लिया’ का प्रयोग करते थे। इसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल आरोपी युवती से जुड़ी कई लड़कियां बातचीत के दौरान करती थीं। जैसे ही कोई उनके जाल में फंसता गैंग के सदस्य ब्लैकमेल कर रुपए एेंठने का काम शुरू कर देते। मामले में पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल तकनीकी जांच के लिए जब्त किए है।
टीआइ विनोद दीक्षित ने बताया, हनी ट्रैप मामले में पकड़ाई आरोपी गायत्री को जेल भेजने के बाद मामले में फरार आरोपी दुर्गेश को स्कीम 71 से लोडेड पिस्टल सहित गिरफ्तार किया है। उसकी जेब से जिंदा कारतूस भी बरामद हुआ। उसने अवैध पिस्टल देवास से 6 हजार रुपए में खरीदना बताई है। सीएसपी पुनीत गेहलोत के मुताबिक दुर्गेश ने पूछताछ में बताया, कि वह चार्टेड बस में ड्राइवर है। गायत्री शहर के एक कॉलेज में पढ़ाई करती है। दोनों द्वारकापुरी स्थित किराए के घर में साथ रहते। दोनों की गैंग से कई लड़कियां जुड़ी है। जो कोड वर्ड से संभ्रांत परिवार के युवक को फंसाने का इशारा करते। बताया जाता है कि दोनों बकायदा से गिरोह से जुड़ी लड़कियों को ट्रेनिंग भी देते थे। जांच में पता चला कि देवास के फरियादी के गैंग की लडक़ी के साथ अश्लील फोटो लिए, जिसके एेवज में उससे चालीस हजार रुपए वसूले गए।
इस तरह युवकों को फंसाती गैंग आरोपी गायत्री व दुर्गेश की गैंग में कॉलेज में पढऩे वाली लड़कियां शामिल है, जिनके निशाने पर आर्थिक रूप से संपन्न युवा रहते थे। उनसे बात करने के लिए वाट्स एेप चेटिंग और मोबाइल का प्रयोग करते। जब कोई गैंग का शिकार होता तो सभी इशारे में कोर्ड वर्ड का प्रयोग कर सूचना आदान-प्रदान करते। गैंग की एक युवती ने दो लडक़े डिजाइन किए और एक करना बाकी है जैसे शब्दों का प्रयोग भी किया।
फोन और चेटिंग में होती लंबी बात दोनों आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि उनसे जुड़ी युवतियों का गृहक्षेत्र शहर के बाहर है। सभी यहां रहकर एक कॉलेज में पढ़ाई करती हैं। मामले में आेमप्रकाश की भूमिका की जांच कर रहे है। कॉल सीडीआर में आरोपी गायत्री और ओमप्रकाश के बीच लंबी बात होना पता चली है। ओमप्रक ाश गिट्टी बेचने का काम करता है। गायत्री और उसके बीच हनी ट्रैप-२ के संबंध में तू रूक जा, थोड़ी देर रूक और अभी समय ठीक नहीं है, जैसी बातें होती। आरोपियों ने अपने गृहक्षेत्र में सबसे ज्यादा लोगों को निशाना बनाया। अब तक देवास के दो और इंदौर शहर के एक लडक़े को ब्लैकमेल करने की बात सामने आई है। गायत्री को स्कूटी पर घूमने का शौक है। उसने गैंग की युवतियों के साथ नए कपड़े, गाड़ी और मोबाइल खरीदने के लिए यह काम शुरू किया।
जेल से लाएंगे पूछताछ के लिए सीएसपी ने बताया, मामले में शिकायत बढऩे पर जेल में बंद आरोपी गायत्री को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। दुर्गेश और गायत्री के मोबाइल भोपाल फारेंसिक जांच के लिए भेज वीडियो, ऑडियो, वाट्सएेप चैट और डिलिट डाटा रिकवर कराया जा रहा है। दुर्गेश का आपराधिक रिकार्ड निकाला जा रहा है।
ये है मामला देवास के पुंजापुरा इलाके में वाहन शोरूम संचालक राजेश की शिकायत पर आरोपी गायत्री और दुर्गेश के खिलाफ चंदन नगर पुलिस ने ब्लैकमेलिंग का केस दर्ज किया। दुर्गेश ने ही राजेश को उसके शोरूम में युवती को जॉब पर रखने के लिए उसका इंटरव्यू लेने शहर बुलाया था। राजेश का आरोप है कि कमरे पर पहुंचते ही युवती उससे आपत्तिजनक हरकतें करने लगी। मामले में अफसर खुलासा कर चुके हैं कि हनी ट्रैप-२ गैंग के आरोपी अब तक १०० से ज्यादा लोगों का वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल कर चुके हैं।