आरोप है कि वे नेताओं और अफसरों के पास कॉल गर्ल भेजकर उनके आपत्तिजनक वीडियो बनाकर उन्हें वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल करती थीं। कुछ दिन पहले भी गिरोह की मुखिया ने एक सीनियर अफसर के साथ का आपत्तिजनक वीडियो वायरल किया था। इंदौर नगर निगम के एक अफसर को भी इन्होंने हनी ट्रैप में फंसाकर वीडियो बनाते हुए दो करोड़ रुपए की मांग की थी। इसकी शिकायत अधिकारी ने पुलिस को की थी। इस संबंध में पूछताछ के लिए गुरुवार सुबह तीनों महिलाओं को क्राइम ब्रांच की टीम इंदौर लेकर पहुंची। इनसे पलासिया स्थित महिला थाने में पूछताछ की जा रही है।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि हाईप्रोफाइल रैकेट की मुखिया के पास कई राजनेताओं और अफसरों की सीडी भी है। गिरोह की सरगना के खिलाफ कुछ दिन पहले इंदौर के पलासिया थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। हालांकि इस हाई प्रोफाइल मामले में पुलिस मुख्यालय तक के अफसरों ने चुप्पी साध रखी है। इस कार्रवाई में एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (एटीएस) के शामिल होने से कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, हनी ट्रैप में फंसने के बाद निगम के एक अधिकारी ने शिकायत की थी कि दो महिलाएं उसे ब्लैकमेल कर रही हैं। वे वीडियो वायरल करने की धमकी देकर दो करोड़ रुपए से ज्यादा की मांग कर रही हैं। इसके बाद विजय नगर पुलिस ने मंगलवार को एक महिला और उसके साथी को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने अपने साथियों के नाम बताए थे। इसके बाद गुरुवार को दो महिलाओं से सहित अब तक ६ आरोपियों को भोपाल इंदौर पुलिस ने हिरासत में लिया है।