रात ढाई से तीन बजे हादसा
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार रात में ढाई से तीन बजे के आसपास इलाके में पावर कट हुआ था। कुछ देर बाद जब बिजली आई तो वोल्टेज काफी ज्यादा था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार इसके चलते मीटर में शॉर्ट सर्किट हुआ और नीचे खड़ी गाडिय़ों में आग लग गई। देखते ही देखते आग ने कई गाडिय़ों को अपनी चपेट में ले लिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार रात में ढाई से तीन बजे के आसपास इलाके में पावर कट हुआ था। कुछ देर बाद जब बिजली आई तो वोल्टेज काफी ज्यादा था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार इसके चलते मीटर में शॉर्ट सर्किट हुआ और नीचे खड़ी गाडिय़ों में आग लग गई। देखते ही देखते आग ने कई गाडिय़ों को अपनी चपेट में ले लिया।
12 दो पहिया व कार खाक
पार्किग में 12 दुपहिया वाहन रखे हुए थे। इसके साथ ही मकान मालिक की एक कार भी वहां रखी थी। वाहनों में भरे ईंधन की वजह से आग तेजी से फैल गई। फायर एसपी आरएस निगवाल ने बताया कि आग के चलते गाडिय़ों में विस्फोट हुआ, जिससे वाहनों में भरा ईंधन फैल गया। इसकी वजह से आग बेकाबू होती चली गई।
पार्किग में 12 दुपहिया वाहन रखे हुए थे। इसके साथ ही मकान मालिक की एक कार भी वहां रखी थी। वाहनों में भरे ईंधन की वजह से आग तेजी से फैल गई। फायर एसपी आरएस निगवाल ने बताया कि आग के चलते गाडिय़ों में विस्फोट हुआ, जिससे वाहनों में भरा ईंधन फैल गया। इसकी वजह से आग बेकाबू होती चली गई।
धमाके की आवाज सुनकर कमरे में गए तो भाभी बेसुध थीं
हादसे में ईशवर सिंह सिसोदिया और उनकी पत्नी नीतू सिसोदिया की मौत हो गई है। उनके भाई ने बताया कि धमाके की आवाज से उनकी पत्नी की नींद खुल गई थी। जब पत्नी ने उन्हें उठाया तो सामने भाई के घर में आग लगी हुुई थी। आसपास के लोग भी उठ गए थे। उन लोगों ने फायर ब्रिगेड को सूचना दी। दमकल के आने में देर हुई तो उन लोगों ने आग बुझाने का प्रयास शुरू कर दिया। पार्किग में उनके भाई का एक और फ्लैट था। वह वहां पहुंचे को घर के अंदर टार्च जल रही थी। भाभी बेसुध होकर नीचे पड़ी थी। भाई सामने पलंग पर थे। उन्हें उठाकर पास के निजी अस्पताल ले गए। तब तक उनकी सांसे चल रही थी। वहां पर उनकी मौत हो गई।
हादसे में ईशवर सिंह सिसोदिया और उनकी पत्नी नीतू सिसोदिया की मौत हो गई है। उनके भाई ने बताया कि धमाके की आवाज से उनकी पत्नी की नींद खुल गई थी। जब पत्नी ने उन्हें उठाया तो सामने भाई के घर में आग लगी हुुई थी। आसपास के लोग भी उठ गए थे। उन लोगों ने फायर ब्रिगेड को सूचना दी। दमकल के आने में देर हुई तो उन लोगों ने आग बुझाने का प्रयास शुरू कर दिया। पार्किग में उनके भाई का एक और फ्लैट था। वह वहां पहुंचे को घर के अंदर टार्च जल रही थी। भाभी बेसुध होकर नीचे पड़ी थी। भाई सामने पलंग पर थे। उन्हें उठाकर पास के निजी अस्पताल ले गए। तब तक उनकी सांसे चल रही थी। वहां पर उनकी मौत हो गई।
मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश
स्वर्णबाग कॉलोनी में हुए हादसे की जानकारी लगने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज ङ्क्षसह चौहान ने ट््वीट कर लिखा इंदौर में आग लगने की घटना में मौत की खबर अत्यंत ह्रदय विदारक है। मैंने इसकी जांच के आदेश दे दिए हैं। जिसकी भी लापरवाही सामने आएगी, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मृतकों के परिजन को 4-4 लाख रुपए दिए जाएंगे।
स्वर्णबाग कॉलोनी में हुए हादसे की जानकारी लगने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज ङ्क्षसह चौहान ने ट््वीट कर लिखा इंदौर में आग लगने की घटना में मौत की खबर अत्यंत ह्रदय विदारक है। मैंने इसकी जांच के आदेश दे दिए हैं। जिसकी भी लापरवाही सामने आएगी, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मृतकों के परिजन को 4-4 लाख रुपए दिए जाएंगे।
किस्मतवाले... जो कल नहीं थे
जिस मकान में हादसा हुआ, उसमें सभी किराएदार ही थे। घटना के बाद सभी फ्लैट्स की जांच की गई तो खुलासा हुआ कि एक परिवार कल ही मकान खाली करके गया था। उन्होंने अन्य जगह पर मकान ले लिया था। इसके अलावा चार और लोगों के बारे में पता चला है कि जो रहते तो इसी इमारत में थे लेकिन शादियों में गए हुए थे।
सिटी बस डिपो में करता था काम
इस हादसे में मारे गए गौरव के बारे में पता चला है कि वह यहां पर किराए का मकान लेकर रहता था। उसके बारे में पता चला है कि वह सिटी बस डिपो में काम करता था। उसके परिवार के बारे में पुलिस जानकारी निकाल रही है। जानकारी मिलने के बाद परिजनों को सूचना दे दी जाएगी।
शेयर का काम करता था आशीष
आशीष के परिवार और दोस्त भी हादसे की सूचना पर एमवाय अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने बताया कि आशीष शेयर बाजार का काम किया करता था। उसके साथ में उसकी दोस्त आकांक्षा भी थी। दोनों इस हादसे में गंभीर रूप से झुलस गए और उनकी मौत हो गई। उसके झांसी में परिवार को इस बारे में बताया गया है। वह भी इंदौर के लिए निकले हैं।
जिस मकान में हादसा हुआ, उसमें सभी किराएदार ही थे। घटना के बाद सभी फ्लैट्स की जांच की गई तो खुलासा हुआ कि एक परिवार कल ही मकान खाली करके गया था। उन्होंने अन्य जगह पर मकान ले लिया था। इसके अलावा चार और लोगों के बारे में पता चला है कि जो रहते तो इसी इमारत में थे लेकिन शादियों में गए हुए थे।
सिटी बस डिपो में करता था काम
इस हादसे में मारे गए गौरव के बारे में पता चला है कि वह यहां पर किराए का मकान लेकर रहता था। उसके बारे में पता चला है कि वह सिटी बस डिपो में काम करता था। उसके परिवार के बारे में पुलिस जानकारी निकाल रही है। जानकारी मिलने के बाद परिजनों को सूचना दे दी जाएगी।
शेयर का काम करता था आशीष
आशीष के परिवार और दोस्त भी हादसे की सूचना पर एमवाय अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने बताया कि आशीष शेयर बाजार का काम किया करता था। उसके साथ में उसकी दोस्त आकांक्षा भी थी। दोनों इस हादसे में गंभीर रूप से झुलस गए और उनकी मौत हो गई। उसके झांसी में परिवार को इस बारे में बताया गया है। वह भी इंदौर के लिए निकले हैं।
मकान मालिक पर दर्ज होगा प्रकरण
हादसे की सूचना पर कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र, डीसीपी संपत उपाध्याय और पुलिस के अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने पूछताछ के बाद मकान मालिक इसहाक खान पिता इरशाद पटेल के खिलाफ पुलिस जांच कर रही है। जांच के बाद उसके खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा भी दर्ज किया जा सकता है। डीसीपी उपाध्याय ने बताया कि इस हादसे में मकान मालिक से पूछताछ की जा रही है।
हादसे की सूचना पर कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र, डीसीपी संपत उपाध्याय और पुलिस के अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने पूछताछ के बाद मकान मालिक इसहाक खान पिता इरशाद पटेल के खिलाफ पुलिस जांच कर रही है। जांच के बाद उसके खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा भी दर्ज किया जा सकता है। डीसीपी उपाध्याय ने बताया कि इस हादसे में मकान मालिक से पूछताछ की जा रही है।