बता दें कि, द्वारकापुरी इंदौर के प्रजापत नगर निवासी गोविंद धुमानिया (32) की पत्नी बुलबुल कुछ दिनों पहले लापता हो गई थी, परेशान पति ने सभी जगह तलाशा। लेकिन, उसके लाख जतन के बाद भी पत्नी घर नहीं लौटी और ना ही मिली तो 9 जनवरी को वो अपनी पत्नी को ढूंढते हुए महू के बलगारा गांव स्थित अपने ससुराल पहुंच गया। यहां उसने ससुराल वालों से उसकी पत्नी के बारे में पूछताछ की। इस दौरान उसका ससुर मुन्नालाल से विवाद हो गया। इस दौरान ससुर ने गोविंद पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। इसमें गोविंद गंभीर रूप से जल गया। उसे तत्काल अस्पताल ले जाया गया। उपचार के दौरान 11 जनवरी को मौत हो गई। बता दें कि, गोविंद की शादी साल 2015 में हुई थी और वो घर घर जाकर चादर सेट बेचने का काम करता था।
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परिजन का आरोप
वहीं, मृतक के परिजन ने आरोप लगाया कि ससुर ने बड़े जमाई व बेटी के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया है। गोविंद के भाई श्रवण धुमानिया ने आरोप लगाते हुए कहा कि, घटना के समय ससुर मुन्नालाल के साथ बड़ा दामाद पप्पू और गोविंद की पत्नी बुलबुल भी मौजूद थी। श्रवण के मुताबिक, भाई गोविंद और भाभी बुलबुल के बीचआए दिन किसी न किसी बात को लेकर विवाद होता रहता था। करीब 20 दिन पहले भी दोनों में किसी बात को लेकर विवाद हुआ था।
देवर ने आरोप लगाया कि, भाभी गुस्से में अपना आपा खो देती थी। कई बार उन्होंने भाई पर हाथ भी उठाया था। इस बार भी वो गुस्से में किसी को बिना बताए ढाई साल के बेटे को घर पर ही छोड़कर चली गई थी, जिसके बाद से भाई परेशान रहता था, भाई ने शहर में रहने वाले सभी रिश्तेदार-जानपहचान वालों से भाभी के बारे में पूछा था। किसी से उन्हें पता लगा था कि, भाभी अपने ससुराल ही में हैं लेकिन, ससुराल वाले उसके बारे में बता नहीं रहे हैं। फिर 9 जनवरी को वो इसीलिए अपने ससुराल गया था। गंभीर हालत में जले भाई ने ऐसा गोविंद ने मरने के पूर्व हमें बताया था कि, उसकी भाभी बुलबुल मायके में ही थी। वहां बातचीत के दौरान तीनों ने एकजुट होकर घटना को अंजाम दिया। हमने तत्काल इसकी सूचना दी मगर पुलिस ने कार्रवाई करने में देरी की। फिलहाल, पुलिस ने ससुर के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है।