यही कारण रहा कि आईडीए के रेट ज्यादा होने के बाद भी लोगों ने न केवल टेंडर भरे बल्कि कई भूखंडों के लिए तो दोगुने तक रेट भरे। भूखंडों का आकार साढ़े छह सौ से सात सौ वर्गफीट के करीब है और प्राधिकरण ने रेट मांगे थे, साढ़े तीन हजार रुपए प्रति वर्गफीट से ज्यादा। जब टेंडर खोले गए तो रेट छह हजार रुपए प्रति वर्गमीटर तक आए। कई भूखंडों के लिए साढ़े पांच हजार रुपए से ज्यादा का रेट आया तो ज्यादातर भूखंडों का रेट साढ़े चार हजार रुपए से ज्यादा का रहा।
सबसे ज्यादा आवेदन कार्नर व गार्डन के सामने
सबसे ज्यादा आवेदन कार्नर और गार्डन के सामने वाले प्लॉट के लिए आए। इसमें ५९६-सी नंबर प्लॉट के लिए कुल मिलाकर 41 लोगों ने आवेदन डाले। इसमें सबसे ज्यादा बोली 5804 रुपए प्रति वर्गफीट की आई। इसी तरह के एक अन्य प्लॉट 148-सी के लिए आवेदन तो नौ ही आए, लेकिन रेट 5751 रुपए प्रति वर्गफीट का आया। पर सबसे ज्यादा रेट 5853 रुपए प्रति वर्गफीट का प्लॉट नंबर 303 के लिए आया, जो कॉर्नर का है।
29 आवेदन हुए निरस्त
जरा सी गलती पर 29 आवेदन निरस्त हुए हैं। इसमें ज्यादातर गलतियां अर्नेस्ट मनी के डीडी न लगाने को लेकर की गई हैं। आवेदकों ने या तो डिमांड ड्राफ्ट नहीं लगाए या उसकी जगह पर चेक लगा दिए। दोनों ही स्थितियों में आवेदन निरस्त कर दिए गए। इसके अलावा नोटरीकृत शपथ पत्र न लगाने, अवयस्क द्वारा आवेदन करने, रेट न लिखने के कारण भी आवेदन निरस्त हुए हैं।
सबसे ज्यादा आवेदन कार्नर व गार्डन के सामने
सबसे ज्यादा आवेदन कार्नर और गार्डन के सामने वाले प्लॉट के लिए आए। इसमें ५९६-सी नंबर प्लॉट के लिए कुल मिलाकर 41 लोगों ने आवेदन डाले। इसमें सबसे ज्यादा बोली 5804 रुपए प्रति वर्गफीट की आई। इसी तरह के एक अन्य प्लॉट 148-सी के लिए आवेदन तो नौ ही आए, लेकिन रेट 5751 रुपए प्रति वर्गफीट का आया। पर सबसे ज्यादा रेट 5853 रुपए प्रति वर्गफीट का प्लॉट नंबर 303 के लिए आया, जो कॉर्नर का है।
29 आवेदन हुए निरस्त
जरा सी गलती पर 29 आवेदन निरस्त हुए हैं। इसमें ज्यादातर गलतियां अर्नेस्ट मनी के डीडी न लगाने को लेकर की गई हैं। आवेदकों ने या तो डिमांड ड्राफ्ट नहीं लगाए या उसकी जगह पर चेक लगा दिए। दोनों ही स्थितियों में आवेदन निरस्त कर दिए गए। इसके अलावा नोटरीकृत शपथ पत्र न लगाने, अवयस्क द्वारा आवेदन करने, रेट न लिखने के कारण भी आवेदन निरस्त हुए हैं।