कहां-कितनी जमीन मांगी
बेटमाखुर्द में 481, रंगवासा में 390, सगड़ोद में 450, देपालपुर तहसील में सेजवानी व रावदा में 546 (आवंटन प्रक्रिया शुरू), माचल में 60, धन्नड़ में 30 एकड़ जमीन मांगी गई है। शिप्रा में बरलाई शुगर फैक्ट्री की जमीन उद्योग विभाग को आवंटित होना है।
यह होगा फायदा
यह जमीनें मिलने से छोटे-छोटे औद्योगिक क्षेत्र विकसित होंगे। यह शहर व ग्रामीण क्षेत्रों के समीप होने से स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के साधन मुहैया करवाएंगे। इन क्लस्टर योजनाओं के लिए केंद्र से भी सहयोग लिया जा सकता है।
यह है क्लस्टर विकास योजना
- जिला उद्योग केंद्र के पास सरकारी जमीन होगी तो वह क्लस्टर विकास के लिए अविकसित जमीन गाइडलाइन से 25 प्रतिशत मूल्य पर उद्योगपतियों को दे सकेगा। इसके लिए हर साल लीज देनी होगी।
- न्यूनतम 5 एकड़ जमीन भी आवंटित की जा सकेगी।
- उद्योगपति एसपीवी बनाकर इसे विकसित करेंगे। लागत मूल्य पर आवंटन होगा।
- भूमि का आवंटन उद्योग विभाग को होगा। विभाग इसे संबंधित क्लस्टर को देगा।
- इसका संधारण व रखरखाव संबंधित उद्योग ही करेंगे।
बेटमाखुर्द में 481, रंगवासा में 390, सगड़ोद में 450, देपालपुर तहसील में सेजवानी व रावदा में 546 (आवंटन प्रक्रिया शुरू), माचल में 60, धन्नड़ में 30 एकड़ जमीन मांगी गई है। शिप्रा में बरलाई शुगर फैक्ट्री की जमीन उद्योग विभाग को आवंटित होना है।
यह होगा फायदा
यह जमीनें मिलने से छोटे-छोटे औद्योगिक क्षेत्र विकसित होंगे। यह शहर व ग्रामीण क्षेत्रों के समीप होने से स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के साधन मुहैया करवाएंगे। इन क्लस्टर योजनाओं के लिए केंद्र से भी सहयोग लिया जा सकता है।
यह है क्लस्टर विकास योजना
- जिला उद्योग केंद्र के पास सरकारी जमीन होगी तो वह क्लस्टर विकास के लिए अविकसित जमीन गाइडलाइन से 25 प्रतिशत मूल्य पर उद्योगपतियों को दे सकेगा। इसके लिए हर साल लीज देनी होगी।
- न्यूनतम 5 एकड़ जमीन भी आवंटित की जा सकेगी।
- उद्योगपति एसपीवी बनाकर इसे विकसित करेंगे। लागत मूल्य पर आवंटन होगा।
- भूमि का आवंटन उद्योग विभाग को होगा। विभाग इसे संबंधित क्लस्टर को देगा।
- इसका संधारण व रखरखाव संबंधित उद्योग ही करेंगे।