कुछ ऑक्सीजन मास्क लगाकर भी मतदान करने आए। बुजुर्ग महिला कमला खंडेलवाल लकवा ग्रस्त होने के बावजूद मतदान करने पहुंची। उन्हें बेटे ने कार से गोद में उठाकर व्हील चेयर पर बैठाया और मतदान केन्द्र के अंदर तक ले गए। इसी तरह कई दिव्यांग लोग भी मतदान केन्द्र पहुंचे। ये ऐसे लोग थे जिन्होंने शहर में एक मिसाल कायम की है। इन्होंने साबित कर दिया कि एक-एक वोट आखिर कितना महत्वपूर्ण है।
एम्बूलेंस से पहुंचे मतदान करने डीएच 112 स्कीम नंबर 74 में रहने वाले संतोष सिंह पिता इंद्रपाल सिंह का जुलाई 17 में रात को सयाजी होटल से लौटते समय कार द्वारा टक्कर मार दी गई थी और वे एक्सीडेंट में घायल हो गए थे फिर भी वे सामाजिक न्याय विभाग के सहयोग से मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा अपोलो अस्पताल से एम्बुलेंस के जरिए मतदान केन्द्र पहुंचे और वोट डाला। इन्द्रपाल सिंह ने कहा सारे काम छोडक़र पहले वोटिंग करना चाहिए ये हमारा अधिकार है।