शहर में लोगों को ये महसूस हुआ है कि हमारी सिग्नल पर इंजन बंद करने की आदत प्रदूषण कम करने के साथ ही भावी पीढ़ी को बेहतर आबोहवा देने में कारगार साबित होगी।
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लोगों को किया गया जागरूक
5 जनवरी से चल रहे अभियान के पहले चरण का समापन 21 जनवरी को होगा। बुधवार को भी रीगल चौराहे पर बड़ी संख्या में संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने सुबह शाम लोगों को जागरूक किया। बड़ी संख्या में महिला सदस्य भी मौजूद रहीं। सामाजिक संस्थाओं के साथ नगर सुरक्षा समिति, पुलिस और ट्रैफिक विभाग के कर्मचारियों की भी भागीदारी जारी है।
ये लोग रहे मौजूद
बुधवार को रेलवे वेस्टर्न मजदूर संघ, पिछड़ा वर्ग संगठन, पटेल विकास मंच, टीएससीएफएम, बाणगंगा विकास संगठन, कुर्मी समाज सेवा संस्था, बैरवा समाज महिला जागृति मंच, माहेश्वरी समाज, गुजराती समाज, यादव समाज, स्प्रेडिंग स्माइल, युवा जागृति परिषद सहित एक दर्जन से अधिक संस्था के सदस्यों ने अभियान में हिस्सा लिया। मुख्य रूप से अनूप सिंघल, गोपाल शर्मा, माया मिमरोट, शीला अकोदिया, वर्षा मिमरोट, शीला कारोले, पुष्पा चंद्रावत, राजेश पटेल, गोपाल कुमायू, विजय चौधरी आदि मौजूद थे।