बताया जाता है कि जन्म-मृत्यु विभाग का जो कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव निकला है, वह 15 जुलाई तक कार्यालय में ही काम कर रहा था। उक्त कर्मचारी को कोरोना होने के बाद विभाग के अन्य कर्मचारियों ने कल काम नहीं करने से इनकार कर दिया, क्योंकि विभाग में बड़ी संख्या में लोग जन्म-मृत्यु और विवाह पंजीयन के लिए आते हैं। ऐसे में अन्य लोगों में भी कोरोना संक्रमण फैल सकता है। यह देखते हुए विभाग को कुछ दिनों के लिए बंद रखने की मांग कर्मचारियों ने अपने वरिष्ठ अफसरों के सामने रखी।
जन्म-मृत्यु और विवाह पंजीयन विभाग के प्रभारी अधिकारी डॉ. नटवर शारडा ने विभाग को कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया है। उनका कहना है कि जन्म-मृत्यु और विवाह पंजीयन की ऑनलाइन कार्रवाई जारी रहेगी। 311 एप पर आवेदन कर पंजीयन कराया जा सकता है। कुछ दिनों बाद स्थिति की समीक्षा कर कार्यालय को पुन: खोलने पर विचार किया जाएगा। मालूम हो कि उषा फाटक में निकले कोरोना मरीजों में से अधिकतकर निगमकर्मी हैं। यह देख अन्य कर्मचारी डरे हुए हैं।
इधर, निगमायुक्त प्रतिभा पाल का कहना है कि सभी के लिए चिंता का विषय है कि हमारे शहर में लगातार कोविड से संक्रमित लोगों की संख्या में इजाफा हो रहा। सभी को सावधानी रखने की जरूरत है। निगम के जिन कर्मचारियों को पॉजिटिव पाया गया है, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने सहित परिवार के लोगों, उनके साथ काम करने और मिलने वाले लोगों को क्वॉरंटीन किया गया है। मेरी सभी से अपील है कि मास्क लगाकर रखें, हाथ धोते रहें और काम करने के बाद घर जाने पर हाथ धो कर नहा लें। भीड़ वाले क्षेत्रों में काम करने के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।