कोरोना के कहर से लोगों को बचाने के लिए लॉक डाउन किया गया है। ऐसे में निगम लोगों की जरूरत का ध्यान रख रहा है। एक तरफ जहां दानदाताओं से मिली खाद्यान्न सामग्री का वितरण घर-घर किया जा रहा है, वहीं गली-मोहल्लों में घूमकर निगम के अफसर किराना सामान का ऑर्डर लेकर पूर्ति करवा रहे हैं। इसके साथ ही बने हुए भोजन के पैकेट भी निगम वितरित कर रहा है। किराना सामग्री के ऑर्डर निगम को अधिक संख्या में मिल रहे हैं, लेकिन पूर्ति नहीं कर पा रहे हैं। बाजार में कई खाद्यान सामग्री की कमी है। खासकर आटा, तेल और दाल की कमी है। इनकी डिमांड भी अधिक है। इसकी आपूर्ति के लिए निगम अब बंद पड़ीं आटा, दाल और तेल मिल खुलवाने पर विचार कर रहा है, ताकि इन सामग्री की पर्याप्त व्यवस्था हो सकें। लॉक डाउन के चलते मिलों को कैसे खोले जाए और इनमें काम करने वाले कर्मचारियों को आने जाने में दिक्कत न हो। इसके लिए क्या और कैसे व्यवस्था की जाए, इस प्लानिंग में निगमायुक्त आशीष सिंहलगे हैं। मिलों को खुलवाने के साथ माल लाने ले जाने के लिए कौन-सी बड़ी गाड़ी को छुड़वाना है। इसकी व्यवस्था भी की जा रही है। आटा, तेल और दाल आपूर्ति के लिए मिल खुलवाने का फैसला एक-दो दिन में हो जाएगा।
दानदाताओं से भी अपील निगम के पास राशन सामग्री फिलहाल कम पड़ रही है। इसके लिए निगमायुक्त ने शहर के दानदाताओं से अपील की है कि वे ज्यादा से ज्यादा दान करें, जिससे गरीब परिवारों को आवश्यक खाद्य सामग्री उपलध करवाई जा सके। इसके लिए दानदाता खाद्य सामग्री दे सकते हैं, अथवा उसका भुगतान सीधे तौर पर कर सकते हैं।
सुरक्षित रहेगी व्यवस्था जिस हिसाब से लोग किराना सामग्री का ऑर्डर दे रहे हैं, उसकी पूर्ति के लिए दाल, तेल और आटा मिल खुलवाने का विचार है। माल लाने ले जाने के लिए वाहन को लेकर एक-दो दिन में फैसला हो जाएगा, ताकि इन जरूरी सामग्री की पूर्ति हो सके। कोरोना के मद्देनजर सुरक्षित व्यवस्था करके ही मिल खुलवाई जाएगी।
आशीष सिंह, निगमायुक्त