मंदिर से प्रात: कालीन बेला में निकली शोभायात्रा में पुरुष सफेद और महिलाएं केसरिया वस्त्र पहनकर इंद्र इंद्राणी के रूप में संगीत की धुन पर नृत्य करते हुए चले। उदयपुर से विशेष बैंड बुलवाया गया। शोभायात्रा कार्यक्रम स्थल सुगनीदेवी परदेशीपुरा पंडाल पर समाप्त हुई, जहां ध्वाजारोहण हुआ। प्रचार प्रमुख प्रवीण जैन ने बताया, ध्वाजारोहण आरती कन्नौज व गोयल परिवार ने की। पंडाल में 24 तीर्थंकरों की प्रतिमाओं को मस्तक पर रखकर लाया गया। श्रीजी का अभिषेक व शांतिधारा के बाद मुनिश्री के प्रवचनों में गर्भ कल्याणक की सारी क्रियाओं का वर्णन किया। इस मौके पर एमके जैन, प्रदीप गोयल, अमित सिंघई, प्रदीप कासलीवाल, राजू अलबेला, राजकपुर सुनहरे, पवन सिंघई, सुशील पंडया मौजूद रहे।