सीआरपीएफ ने संभाल रखी थी सुरक्षा की कमान, दूसरे दिन भी कार्रवाई से दूर रखा स्थानीय पुलिस अफसरों को
IT RAID : कक्कड़ की पत्नी के बैंक लॉकर खंगाले, बेटा बोला – ईमानदारी से टैक्स भरा फिर भी ये हाल कर दिया
इंदौर. मुख्यमंत्री के ओएसडी प्रवीण कक्कड़ के स्कीम नंबर-74 स्थित बंगले पर आयकर विभाग की हाईप्रोफाइल कार्रवाई दूसरे दिन भी जारी रही। दोपहर करीब 12 बजे कक्कड़ की पत्नी साधना कक्कड़ को भी अफसर घर से बाहर लेकर गए। पत्नी के आईडीबीआई बैंक के लॉकर से लाखों रुपए की ज्वेलरी मिलने की बात सामने आ रही है। देर रात तक अफसर घर, ऑफिस और अन्य ठिकानों की जांच में जुटे रहे। हालांकि, जब्त दस्तावेज, नकदी और अन्य साक्ष्यों को लेकर आयकर के अफसर चुप्पी साधे हुए हैं। देर रात डेढ़ बजे कार्रवाई पूरी कर आयकर अफसर रवाना हो गए।
सुबह साढ़े 10 बजे आयकर अधिकारी कक्कड़ के बेटे सलिल को घर से बाहर लेकर निकले। वे कक्कड़ की ही निजी गाड़ी में उसे बीसीएम हाइट्स स्थित थर्ड आई के ऑफिस ले गए। यहां दस्तावेजों की पड़ताल हुई। शाम को सलिल को फिर बीसीएम हाईट्स कार्यालय लेकर गए और वहां दस्तावेज की छानबीन की। कम्प्यूटर भी खुलवा कर देखे। इसके बाद अधिकारी उसे भंवरकुआं की तरफ ले गए। बताते हैं, अग्रवाल नगर में ललित छलानी के यहां से भी बड़ी संख्या में दस्तावेज मिले हैं। यहां जलसा गार्डन के कारोबार संबंधी फाइलों को खंगाला गया। टीम देर रात एक बजे तक सलिल को लेकर अफसर घूमते रहे। ऑफिस ले जाने के दौरान सलिल को घर से बाहर लाया गया। पहले तो वे मीडिया के सवालों से बचते रहे। सिर्फ यह कहकर गाड़ी में बैठ गए कि ईमानदारी से पूरा टैक्स भरने के बावजूद यह हाल कर रखा है। बीसीएम हाइट्स ऑफिस से निकलते हुए उन्होंने इसे द्वेषतापूर्वक की गई राजनीतिक कार्रवाई बताया।
अफसरों ने मंगाई फोटोकॉपी मशीन सूत्रों का कहना है, विभाग करोड़ों रुपए के लेन-देन के दस्तावेज की छानबीन कर रहा है। शाम को घर पर फोटोकॉपी मशीन और प्रिंटर मंगवाए गए। उनके ऑफिस का पूरा रिकॉर्ड अफसरों द्वारा कॉपी किया गया है। उधर, दूसरे दिन की कार्रवाई में भी आयकर के स्थानीय अफसरों व पुलिस को बिलकुल दूर रखा गया। हालांकि पुलिस बल वहां पहुंचा था। पूरे दिन पुलिस जवान सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से घर के बाहर तैनात रहे।
करीबियों पर रखी नजर सूत्रों के अनुसार घर, ऑफिस और अन्य ठिकानों पर चल रही कार्रवाई के दौरान कक्कड़ के कई करीबियों पर लगातार नजर रखी जा रही थी। कक्कड़ के एक ऑफिस का पता शहनाई रेसीडेंसी में रजिस्टर्ड है। यह फ्लैट सीए राजेंद्र रांका का है। वे फ्लैट पर नहीं मिले। वे काम के सिलसिले में जबलपुर गए थे। अफसरों ने उन्हें इंदौर बुलवाया। सूत्रों के अनुसार रांका के घर से 23 हजार रुपए मिले। उन्होंने कक्कड़ के साथ बिजनेस रिलेशनशिप की बात नकारते हुए सिर्फ सोशल रिलेशनशिप की बात कही। अग्रवाल नगर स्थित ललित छलानी के ठिकानों पर भी जांच जारी है।
78 लाख की ज्वेलरी का रिकॉर्ड हमारे पास सीए अनिल गर्ग ने बताया कि कक्कड़ के बैंक लॉकर से सोमवार को करीब 48 लाख रुपए की ज्वेलरी मिली है। रविवार को घर से भी 30 लाख की ज्वेलरी आयकर विभाग को मिली थी। 78 लाख की ज्वेलरी के बिल और दस्तावेज कक्कड़ के पास मौजूद हैं।
ऑफिस पहुंचे लीगल एडवाइजर आयकर विभाग की कार्रवाई के दौरान कक्कड़ के पक्ष में लीगल एडवाइजर भी बीसीएम हाइट्स पहुंचे। उन्होंने कार्रवाई के संबंध में जानकारी लेने के लिए आयकर अफसरों से चर्चा करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने कार्रवाई खत्म होने के बाद ही जानकारी देने की बात कही।
‘आपत्तिजनक कुछ भी नहीं मिला टीम को’ आयकर टीम के रवाना होने के बाद कक्कड़ ने मीडिया से बातचीत में दावा किया कि उनके घर चली 46 घंटे की सर्च में टीम को किसी भी प्रकार का कोई आपत्तिजनक दस्तावेज, कैश या ज्वेलरी नहीं मिली है। उन्होंने कार्रवाई को पूरी तरह राजनीति से प्रेरित बताते हुए कहा, वे लोग रात को सवा तीन बजे दरवाजा तोडक़र मेरे घर में घुसे थे। उनका यह तरीका बेहद आपत्तिजनक था। उन्होंने बीसीएम हाइट्स स्थित बेटे के ऑफिस, जलसा और पत्नी के लॉकर भी खंगाले, लेकिन उनमें उन्हें कहीं कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला है। अफसरों द्वारा टार्चर किए जाने के सवाल पर कक्कड़ का कहना था, अफसर इतने समय उनके घर में रहे, पूछताछ की, लेकिन उन्होंने किसी तरह का टार्चर नहीं किया। रात में नियम विरुद्ध कार्रवाई के सवाल पर उनका कहना था, टीम ने रात को चार से छह घंटे आराम किया। अफसरों के जाने के बाद कक्कड़ मीडिया को अपने घर के अंदर ले गए और वह दरवाजा दिखाया, जिसे तोडक़र टीम अंदर दाखिल हुई थी। बाद में कक्कड़ ने घर के बाहर पुलिस अफसरों से चर्चा भी की।