आयकर विभाग को संभाग के लिए 2579 करोड़ जुटाने का लक्ष्य है। 15 मार्च तक एडवांस टैक्स का मौका देने से बड़ी राशि मिले की उम्मीद थी, मगर सूत्रों के अनुसार अब भी करीब 1 हजार करोड़ जुटाना बाकी हैं। मार्केट की स्थिति देखते हुए विभाग को पहले से इस स्थिति अंदेशा हो गया था, इसलिए इस बार जमीनों की रजिस्ट्रियों पर ध्यान दिया गया। विभाग के कहने पर रजिस्ट्रेशन एंड स्टाम्प ने करीब 500 रजिस्ट्री की जानकारी जुटा ली है। इनमें से ज्यादातर को नोटिस भी जारी कर दिए गए। जमीनों के सौदे पर निगरानी के जरिए एक तरफ आयकर विभाग अपने राजस्व में बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहा है, वहीं इससे बैंकिंग से जुड़े फ्रॉड भी सामने आने की उम्मीद है।
पहली बार इंदौर से जमीनों की रजिस्ट्री के जरिए लेन-देन पर नजर रखने की शुरुआत की है। जमीन खरीदने वालों से भी आय का श्रोत पता किया जाएगा।
अजयकुमार चौहान, प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त मप्र-छग